अयोध्या जैसा गंभीर मामला। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई। लेकिन नाटकीयता पूरी तरह फ़िल्मों जैसी। सुनवाई का आख़िरी दिन था। हंगामा हुआ। कोर्ट में नक्शा फाड़ा गया। जज खीझे भी। फिर जब यह ख़बर वायरल हुई तो यह मामला मुख्य न्यायाधीश के पास पहुँच गया। कहा गया कि मुख्य न्यायाधीश ने नक्शा फाड़ने की मंजूरी दी तो इसे फाड़ दिया गया।