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बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने दानिश अली पर ही क्यों उठा दिए सवाल?

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने संसद में बीएसपी सांसद दानिश अली के व्यवहार की आलोचना की है। हालाँकि उन्होंने अपनी पार्टी के सहयोगी रमेश बिधूड़ी की सांप्रदायिक टिप्पणी की निंदा की, लेकिन साथ ही दानिश अली के आचरण की जांच की भी मांग कर डाली।

संसद में बिधूड़ी के भाषण का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस पर तीखी प्रतिक्रियाएँ आई हैं। इसी बीच बीजेपी के वरिष्ठ नेता निशिकांत दुबे ने इस मामले में सोशल मीडिया एक्स पर टिप्पणी की है। दुबे ने कहा है कि बिधूड़ी की टिप्पणी सभ्य समाज के लिए उपयुक्त नहीं है।

उन्होंने कहा है कि लोकसभा की नियम प्रक्रियाओं के तहत किसी सांसद के निर्धारित समय के बीच टोकना, बैठे बैठे बोलना, रनिंग कमेंट्री करना भी सजा के दायरे में आता है। हालाँकि, उन्होंने बिधूड़ी के नफरती भाषण के बारे में यह नहीं कहा कि वह सजा के दायरे में आता है या नहीं।

उनकी यह टिप्पणी तब आई है जब बिधूड़ी के मामले में विपक्ष के भारी विरोध के बीच भाजपा ने बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस भेजा है और उनसे 15 दिनों के भीतर अपनी असंसदीय भाषा पर स्पष्टीकरण देने को कहा है। 

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सोशल मीडिया पर वायरल हुए बिधूड़ी के भाषण के एक हिस्से में बिधूड़ी को बार-बार मायावती की बहुजन समाज पार्टी के दानिश अली को अपशब्द और इस्लामोफोबिक शब्द कहते हुए देखा गया। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें चेतावनी दी। उनकी टिप्पणियाँ रिकॉर्ड से हटा दी गईं।

विपक्ष इस मामले में बिधूड़ी के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है। कांग्रेस, द्रमुक और तृणमूल के कई नेताओं ने स्पीकर को पत्र लिखकर बिधूड़ी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है।

कांग्रेस के राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल ने शुक्रवार रात दानिश अली से उनके घर पर मुलाकात की थी। राहुल गांधी ने अली को गले लगाते हुए एक तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की और लिखा, 'नफ़रत के बाज़ार में, मोहब्बत की दुकान।'

तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने बीजेपी पर हमला किया। उन्होंने पीटीआई से बातचीत में आरोप लगाया कि भाजपा ने एक इकोसिस्टम बनाया है 'जहां उन्होंने खुलेआम ऐसी बातें कहना सामान्य बना दिया है'। टीएमसी सांसद ने कहा कि उन्हें शर्म आती है कि अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय को सदन में नफरत फैलाने वाले भाषण का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्हें खुशी है कि बीजेपी का असली चेहरा उजागर हो गया।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने रमेश बिधूड़ी की अभद्र टिप्पणी की निंदा की और कहा कि ऐसे विचारों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख को सार्वजनिक रूप से खारिज कर देना चाहिए। थरूर ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस द्वारा इस तरह के रवैये की खुली छूट दी गई है।

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बता दें कि बीएसपी से लोकसभा सांसद कुंवर दानिश अली ने शुक्रवार को कहा कि अगर बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो वह भारी मन से संसद छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। बिधूड़ी ने गुरुवार शाम को लोकसभा में दानिश के खिलाफ सांप्रदायिक अपशब्दों का इस्तेमाल किया था। दानिश ने लिखा है- जब मेरे साथ ऐसा हो सकता है तो आम आदमी का क्या होगा? अली ने कहा, वह पूरी रात सो नहीं सके क्योंकि उन्हें लगा जैसे उनका दिमाग 'फटने' वाला है।

सांसद दानिश अली ने एनडीटीवी को दिए गए इंटरव्यू में कहा- 'क्या संसद का विशेष सत्र निर्वाचित सांसदों को उनके समुदाय से जोड़कर उन पर हमला करने के लिए बुलाया गया था? इसने पूरे देश को शर्मसार कर दिया है। हम देखेंगे कि क्या उनकी पार्टी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करेगी या उन्हें बढ़ावा देगी। यह नफरत फैलाने वाला भाषण है।' 

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क़मर वहीद नक़वी
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