हाल में सरकार ने ही कहा था कि पिछले एक साल में सवा दो लाख भारतीयों ने नागरिकता छोड़ दी। यानी वे किसी दूसरे देश में बस गए। अब एक सर्वे में सामने आया है कि अगले दो साल में बड़ी संख्या में भारतीय दूसरे देश में बसना चाहते हैं। सर्वे के अनुसार दूसरे देश में बसने की चाहत रखने वाले भारतीयों की संख्या बाक़ी देशों की तुलना में कहीं ज़्यादा है। आख़िर भारतीय दूसरे देश में क्यों बसना चाहते हैं और उन्हें क्या भारत में कोई दिक्कत है?
आख़िर दूसरे देशों में क्यों बसना चाहते हैं भारतीय?
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- 22 Feb, 2023
जिस भारत को 'विश्वगुरु' बनाने का अभियान चल रहा है और जिन भारतीयों में राष्ट्रवाद की भावना कूट-कूट कर भरी होने की बात कही जा रही है, वे आख़िर अपना वतन छोड़कर दूसरे देश में क्यों बसना चाहते हैं?

प्रतीकात्मक तसवीर।
इन सवालों का जवाब बाद में पहले यह जान लें कि सर्वे की रिपोर्ट में क्या कहा गया है। एक रियल एस्टेट परामर्श फर्म सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट द्वारा यह सर्वेक्षण किया गया है। इसके अनुसार, अगले दो साल में भारतीय दुनिया के बाक़ी लोगों की तुलना में दूसरे देश में जाने का मज़बूत इरादा रखते हैं। सर्वेक्षण में शामिल 16% लोग पिछले दो वर्षों में विदेश जा चुके हैं, जबकि अन्य 17% अगले दो वर्षों में बसने की योजना बना रहे हैं।