हाल में सरकार ने ही कहा था कि पिछले एक साल में सवा दो लाख भारतीयों ने नागरिकता छोड़ दी। यानी वे किसी दूसरे देश में बस गए। अब एक सर्वे में सामने आया है कि अगले दो साल में बड़ी संख्या में भारतीय दूसरे देश में बसना चाहते हैं। सर्वे के अनुसार दूसरे देश में बसने की चाहत रखने वाले भारतीयों की संख्या बाक़ी देशों की तुलना में कहीं ज़्यादा है। आख़िर भारतीय दूसरे देश में क्यों बसना चाहते हैं और उन्हें क्या भारत में कोई दिक्कत है?