किसी को भी कोरोना टीका जबरन नहीं लगाया जा सकता है। ऐसा केंद्र सरकार ने ही कहा है। केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि उसने ऐसा कोई दिशानिर्देश जारी नहीं किया है जिसमें बिना सहमति के टीकाकरण करने की परिकल्पना की गई हो।