दोनों पक्ष इस पर भी राज़ी हो गए थे कि जिन इलाक़ों को खाली किया जाए, वहाँ बनी ठोस संरचनाओं को भी हटा लिया जाए। यह तय हुआ था कि 5 जुलाई तक यह काम कर लिया जाएगा।
गलवान घाटी में चीनी कब्जे वाले इलाक़े में कुछ गतिविधियाँ देखी गईं, उन्होंने हाल फ़िलहाल जो ठोस संरचनाएँ बना ली थीं, उन्हें ख़ुद ध्वस्त कर दिया और इलाक़े को खाली कर दिया। चीनी सेना की कुछ गाड़ियाँ भी वापस जाती हुई दिखी हैं।