भारत के मुख्य न्यायाधीश भूषण गवई की मां डॉ. कमल गवई ने आरएसएस के शताब्दी समारोह में अमरावती में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने से इनकार कर दिया है। उन्होंने अपने और अपने दिवंगत पति के खिलाफ की गई गलत टिप्पणियों पर दुख जताया और कहा कि उन्होंने अपना पूरा जीवन डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के विचारों और विपासना आंदोलन को समर्पित किया है। डॉ. गवई ने जोर देकर कहा कि अगर वे ऐसे किसी मंच पर जातीं भी, तो भी वे केवल आंबेडकर के विचारों और संविधान के मूल्यों के बारे में ही बात करतीं।
CJI की मां कमल गवई का RSS शताब्दी कार्यक्रम में शामिल होने से अब इनकार क्यों?
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- 2 Oct, 2025
भारत के CJI बीआर गवई की मां कमल गवई ने आरएसएस शताब्दी कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार कर दिया। आखिर उनके इस फ़ैसले के पीछे क्या वजह है और इसका क्या राजनीतिक संदेश है?

मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई
86 वर्षीय डॉ. कमल गवई ने एक पत्र में अपनी अंबेडकरवादी विचारधारा का हवाला देते हुए कहा कि वे इस कार्यक्रम में भाग नहीं लेंगी। यह विवाद सोमवार से ही सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में छाया हुआ है, जहां आरएसएस के निमंत्रण को लेकर विरोधाभासी बयान सामने आ रहे हैं।
आरएसएस की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 2 अक्टूबर को नागपुर में सरसंघचालक मोहन भागवत का मुख्य संबोधन होगा, जबकि अमरावती में 5 अक्टूबर को श्रीमती नरसम्मा महाविद्यालय मैदान पर आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ आरएसएस नेता जे. नंदा कुमार मुख्य वक्ता होंगे। आरएसएस के अमरावती महानगर इकाई ने कमल गवई को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था और निमंत्रण पत्र भी छापकर वितरित कर दिए गए थे। इसके बाद यह मुद्दा राजनीतिक रंग ले चुका है, जिसमें परिवार के सदस्यों के बयान भी आए।