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घरेलू गैस के सस्ता होने के बाद, वाणिज्यिक एलपीजी में 158 रुपये की कटौती

इंडियन ऑयल कंपनी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 158 रुपये की कटौती की है। इंडियन ऑयल के 19 किलोग्राम सिलेंडर की कीमत 1,522.50 रुपये हो गई है। वाणिज्यिक और घरेलू एलपीजी दोनों सिलेंडरों के लिए मासिक संशोधन प्रत्येक महीने के पहले दिन होता है। नई दरें 1 सितंबर से प्रभावी हो जाती हैं।

इससे पहले अगस्त में कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 99.75 रुपये की कटौती की गई थी। जुलाई में कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में 7 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी।

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रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने घरेलू रसोई गैस की कीमत में 200 रुपये की कटौती की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि केंद्र ने मंगलवार को रसोई गैस की कीमतों में 200 रुपये प्रति सिलेंडर की कटौती करने का फैसला किया। कैबिनेट ने उज्ज्वला योजना के तहत 200 रुपये की अतिरिक्त सब्सिडी को भी मंजूरी दी।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने रक्षा बंधन और ओणम के अवसर पर इसे प्रधानमंत्री की ओर से उपहार बताया। इस घोषणा को विपक्षी दलों ने चुनावी घोषणा करार दिया। टीएमसी ममता बनर्जी ने कहा था, 'अब तक पिछले दो महीनों में I.N.D.I.A. गठबंधन द्वारा केवल दो बैठकें आयोजित की गई हैं और आज, हम देखते हैं कि एलपीजी की कीमतें 200 रुपये तक कम हो गई हैं। ये है 'इंडिया' का दम!'

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी मोदी सरकार पर हमला किया। उन्होंने कहा है, "साढ़े 9 सालों तक 400 रुपये का एलपीजी सिलेंडर, 1100 रुपये में बेच कर, आम आदमी की ज़िंदगी तबाह करते रहे, तब कोई 'स्नेह भेंट' की याद क्यों नहीं आई?"
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पिछले कुछ वर्षों में रसोई गैस की कीमतें बढ़ी हैं और यह एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बन गया है। कांग्रेस पार्टी ने एलपीजी की ऊंची कीमतों का इस्तेमाल कर्नाटक में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में प्रभावी ढंग से किया। केंद्र द्वारा एलपीजी की कीमतें कम करना परिवारों पर बढ़ती महंगाई के प्रभाव को कम करने के साथ-साथ आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए सस्ते एलपीजी के वादे का मुकाबला करने के एक कदम के तौर पर देखा जा रहा है।

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क़मर वहीद नक़वी
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