वाशिंगटन से दिल दहला देने वाली ख़बर आई, एक भारतीय छात्र को जमीन पर पटककर अपमानित किया गया, हथकड़ियाँ पहनाई गईं और बेरहमी दिखाते हुए भारत वापस भेज दिया गया तो प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं? कांग्रेस ने पूछा है कि नमस्ते ट्रंप का जश्न मनाने वाले मोदी अब भारतीयों के सम्मान पर चोट क्यों सह रहे हैं? कांग्रेस ने कहा है कि मोदी 'नमस्ते ट्रंप करते रहे और ट्रंप बेइज्जती करते रहे'। 

जब भारतीय छात्र के साथ इस अमानवीय व्यवहार पर देश में हंगामा मचा है तो इसी बीच अमेरिकी दूतावास ने भारत में रहने वाले भारतीयों के लिए एक कड़ी चेतावनी जारी की है। अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि वाशिंगटन 'वीजा के दुरुपयोग या देश में अवैध प्रवेश को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा।' इसने कहा है कि 'संयुक्त राज्य अमेरिका हमारे देश में वैध यात्रियों का स्वागत करना जारी रखे हुए है। हालाँकि, संयुक्त राज्य अमेरिका में आने का कोई अधिकार नहीं है। हम अवैध प्रवेश, वीजा के दुरुपयोग, या अमेरिकी कानून के उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं कर सकते और न ही करेंगे।'
कांग्रेस ने अमेरिका के इस रवैये को मोदी सरकार की कमजोरी क़रार दिया है। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, "जब अमेरिका में भारतीयों का अपमान हो रहा है, उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुँचाई जा रही है, तब पीएम मोदी अपने मित्र डोनाल्ड ट्रंप के साथ 'नमस्ते' करने में व्यस्त हैं। अमेरिका लगातार भारत और भारतवासियों को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन मोदी सरकार खामोश है। पीएम इस मुद्दे पर सवाल उठाने की हिम्मत क्यों नहीं जुटा पा रहे?"

यह घटना हाल ही में अमेरिका के एक प्रमुख हवाई अड्डे पर हुई, जहां भारतीय छात्र को बिना किसी ठोस कारण के अपराधी की तरह व्यवहार किया गया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीरों में छात्र को हथकड़ियों और बेड़ियों में जकड़ा हुआ देखा गया, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।
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कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'यह पहली बार नहीं है जब अमेरिका में भारतीयों के साथ ऐसा व्यवहार हुआ है। पहले भी कई भारतीय नागरिकों को जंजीरों में जकड़कर वापस भेजा गया, लेकिन पीएम मोदी ने कभी इस मुद्दे को ट्रंप के सामने नहीं उठाया। क्या भारतीयों का सम्मान उनके लिए कोई मायने नहीं रखता?'

पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार की विदेश नीति कमजोर है, जिसके कारण भारतीय नागरिकों को विदेशों में अपमान का सामना करना पड़ रहा है।

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, 'अमेरिका में भारतीय नागरिकों के साथ हुए सलूक का वीडियो देखकर मन बहुत व्यथित होता है। क्योंकि, अमेरिका में भारत के एक नागरिक के साथ बर्बरता होती है, उसे जमीन पर पटका जाता है, जूतों तले रौंदा जाता है और फिर हथकड़ी पहनाई जाती है, न्यूयॉर्क एयरपोर्ट पर भारतीय छात्र गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन अमेरिकी पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी और उसे वापस भारत डिपोर्ट कर दिया।"

उन्होंने कहा कि ये पहला मामला नहीं है, ऐसे कई मामले सामने आए हैं। ये कोई आतंकी, मवाली और गुंडे नहीं है, बल्कि ये लोग अपने सपने पूरे करने अमेरिका गए। उन्होंने कहा, हमारे लोगों के साथ अमानवीय सलूक करने का किसी को कोई हक़ नहीं है, लेकिन अमेरिका लगातार भारतीयों का अपमान कर रहा है और हमें धौंस दे रहा है।' 

कांग्रेस के दावे

  • अमेरिका हमारे 682 लोगों को बेड़ियों से जकड़कर अपने मिलिट्री जहाज से भारत भेज देता है। 
  • डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत का अपमान कर रहे हैं। वो 12 बार बयान देकर सीजफायर का श्रेय लेते हैं। 
  • डोनाल्ड ट्रंप भारत-पाकिस्तान को समकक्ष खड़ा कर रहे हैं। यही नहीं, ट्रंप हमें ट्रेड, टैरिफ की धमकी भी दे रहे हैं।
  • अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप बाकी नेताओं को रिसीव करते हैं, जबकि वो PM नरेंद्र मोदी को रिसीव करने तक नहीं आते।
  • ट्रंप हमें डील कैंसिल करने की धमकी दे रहे हैं और उस तुर्की देश के साथ डील कर रहे हैं, जिसने संघर्ष के दौरान पाकिस्तान की मदद की।
कांग्रेस ने कहा है, "हमें जो बातें पता चलती हैं, वो सच्चाई से इतर हैं। WhatsApp और टीवी चैनलों पर हमें बताया जाता है कि दुनिया में 'डंका' बज रहा है, लेकिन यहां तो 'बैंड' बज रहा है। भारत के नागरिकों पर डंडा बरसाया जा रहा है, लेकिन हमारी सरकार की तरफ से सुई-टपक-सन्नाटा है। हमारी सरकार सिर्फ एक स्टेटमेंट बनाकर कहती है कि अमेरिका गए भारतीय छात्र वहां के नियमों का ठीक से पालन करें, कैंपस में ठीक से बर्ताव करें।"
उन्होंने कहा, 'अमेरिका भारत और भारतीयों के सम्मान को पैरों के तले रौंद रहा है, ऐसे में एक प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी है कि अगर दुनिया में कहीं भी हिंदुस्तान या हिंदुस्तानियों का अपमान हो तो उसके खिलाफ खड़े होकर मुस्तैदी से बोलें।"

कांग्रेस ने पूछा है कि आख़िर नरेंद्र मोदी की विदेश नीति का क्या हुआ, जो अमेरिका जाकर ट्रंप का प्रचार तक कर आए थे।

कांग्रेस ने कहा है, "अमेरिका नेपाल में कमर्शियल प्लेन भेजता है और हमारे लोगों को सेना के जहाज में बेड़ियों में जकड़कर वापस भेजा जाता है। हमें लगा था अमेरिका का पहला हवाई जहाज उतरने के बाद जब नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति से मिलेंगे तो इस बात का विरोध करेंगे। लेकिन उसके बाद अमेरिका का एक और हवाई जहाज उतरा, जिसमें और बर्बरता की गई थी। वहीं, इस बारे में भारत के विदेश मंत्री झूठ बोलते हैं कि ऐसा पहले भी हुआ है। सच्चाई ये है कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।"
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दूसरी ओर सरकार की ओर से अभी तक इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह मामले की जांच कर रहा है और जल्द ही उचित कदम उठाए जाएंगे। 
इस घटना ने भारत-अमेरिका संबंधों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। जहाँ एक तरफ़ पीएम मोदी और ट्रंप के बीच दोस्ती की बातें होती हैं, वहीं भारतीय नागरिकों के साथ हो रहे इस तरह के व्यवहार ने दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति पैदा कर दी है। 
कांग्रेस ने मांग की है कि सरकार इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करे और अमेरिका से जवाब मांगे। साथ ही, पार्टी ने भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए ठोस नीति बनाने की मांग की है। यह मामला अब राजनीतिक रंग ले चुका है और आने वाले दिनों में यह संसद से सड़क तक चर्चा का विषय बन सकता है।