loader
दत्तात्रेय होसबाले

RSS के नंबर 2 दत्तात्रेय होसबले फिर से सरकार्यवाह चुने गए

नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने रविवार को 'सरकार्यवाह' (महासचिव) पद के लिए दत्तात्रेय होसबले  को फिर से चुना। होसबले  2021 से 'सरकार्यवाह' के रूप में कार्यरत हैं। आरएसएस ने एक्स पर यह सूचना देते हुए कहा कि उन्हें 2024 से 2027 की अवधि के लिए इस पद पर फिर से चुना गया है।

आरएसएस की वार्षिक तीन दिवसीय 'अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा' ​​शुक्रवार को यहां रेशमबाग के स्मृति भवन परिसर में शुरू हुई। यह बैठक छह साल बाद आरएसएस के मुख्यालय नागपुर में हो रही है। बैठक में आरएसएस से जुड़े विभिन्न संगठनों के 1,500 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

ताजा ख़बरें
वह 2021 से सुरेश 'भैयाजी' जोशी की जगह सरकार्यवाह की जिम्मेदारी निभा रहे हैं, जो नौ साल तक तीन कार्यकाल तक इस पद पर रहे थे। सरकार्यवाह का पद सरसंघचालक (आरएसएस प्रमुख) के बाद संघ की कमान में नंबर 2 माना जाता है, जिस पर वर्तमान में डॉ. मोहन भागवत का पद है।

होसबले (70) का जन्म कर्नाटक के शिमोगा के सोराब में हुआ था। वह अंग्रेजी साहित्य में एमए हैं। वह 1968 में आरएसएस और फिर 1972 में एबीवीपी से जुड़े थे। वह 1978 में प्रचारक बने। उन्होंने असम के गुवाहाटी में युवा विकास केंद्र की स्थापना में सक्रिय भूमिका निभाई।
वह कन्नड़ और अंग्रेजी मासिक असीमा के संस्थापक संपादक थे। वह 2004 में सह-बौधिक प्रमुख बने। वह कन्नड़, हिंदी, मराठी, अंग्रेजी और संस्कृत में पारंगत हैं।

किसान आंदोलन पर टिप्पणी

संघ की प्रतिनिधि सभा में शनिवार को दिल्ली के पास किसानों के विरोध प्रदर्शन को पंजाब में 'अलगाववादी आतंकवाद' का पुनरुत्थान बताया। संघ ने सरकार को हिंसक आंदोलनकारियों से दूरी बनाने की सलाह दी। किसान आंदोलनकारियों पर किसान आंदोलन की आड़ में अराजकता फैलाने का प्रयास करने का आरोप लगाया। प्रतिनिधिसभा में आरएसएस ने 2023-24 की रिपोर्ट पेश करते हुए कहा-  “पंजाब में अलगाववादी आतंकवाद ने फिर से अपना बदसूरत सिर उठाया है। किसान आंदोलन के बहाने, विशेषकर पंजाब में, लोकसभा चुनाव से ठीक दो महीने पहले अराजकता फैलाने की कोशिशें फिर से शुरू कर दी गई हैं।“ 

एक तरफ तो संघ की बैठक में किसान आंदोलन को लेकर ऐसी टिप्पणियां की गईं। दूसरी तरफ संघ के संगठन भारतीय किसान संघ (बीकेएस) के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कथित तौर पर बैठक के दौरान कई मांगें उठाईं, जिनमें उत्पादन लागत के आधार पर उचित मूल्य निर्धारण, कृषि वस्तुओं पर जीएसटी को समाप्त करना, किसानों के लिए समर्थन बढ़ाना शामिल है। एक संकल्प के माध्यम से बाजार के शोषण और संशोधित (जीएम) फसलों को नामंजूर कर दिया गया ।

देश से और खबरें

लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति

आगामी लोकसभा चुनावों के संबंध में बैठक में जीवंत लोकतंत्र के लिए इसके महत्व पर जोर दिया गया और कहा गया कि आरएसएस के स्वयंसेवकों को न केवल अपने मताधिकार का प्रयोग करने का पवित्र कर्तव्य पूरा करना है बल्कि शत-प्रतिशत मतदान भी सुनिश्चित करना है। संघ ने कहा- “उन्हें इसे हासिल करने के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में योजनाएँ बनानी चाहिए। उन्हें अपने सामने आने वाली चुनौतियों, राष्ट्रीय हित से जुड़े मुद्दों और समय की वर्तमान जरूरतों को ध्यान में रखना चाहिए। हम अच्छी तरह से समझते हैं कि परिवर्तन की इच्छा को केवल संघ की सक्रिय उपस्थिति और आवश्यक परिवर्तन के लिए योजनाबद्ध प्रयासों के माध्यम से ही प्रभावी ढंग से महसूस किया जा सकता है।” उसने अप्रत्यक्ष रूप से अपने सभी स्वयंसेवकों से अपने “चुने हुए” जन प्रतिनिधियों को आने वाले चुनाव में फिर से चुनने की अपील की। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें