छात्रों और टीचर्स ने आरोप लगाया है कि जब नक़ाबपोश उपद्रव मचा रहे थे तब पुलिस कैंपस के गेट पर खड़ी थी। यह वास्तव में हैरान करने वाली बात है कि नक़ाबपोश तीन घंटे तक कैंपस में क़हर मचाने के बाद वहां से निकल भी गये और पुलिस को भनक तक नहीं लगी।
जेएनयू में हुई हिंसा के बाद कुछ वॉट्सऐप ग्रुप के चैट के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया में वायरल हुए थे। 'इंडिया टुडे' ने ख़बर दी है कि इन वॉट्सऐप ग्रुप में दिख रहे ज़्यादातर नंबर या तो स्विच ऑफ़ हो गए हैं या जो लोग इन नंबरों का इस्तेमाल कर रहे थे, उन्होंने अपने सिम कार्ड तोड़ दिए हैं। इनमें अधिकांश लोग राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े हुए हैं।