loader

2024 की जंगः बीजेपी का फोकस 1,12,058 कमजोर बूथों पर

बीजेपी ने 2024 आम चुनाव के मद्देनजर अपनी बूथ लेवल की तैयारी तेज कर दी है। पार्टी ने ऐसे 1,12,058 बूथों की पहचान की है, जहां वो मेहनत करेगी। यानी इन बूथों पर पार्टी खुद को कमजोर पा रही है, इसलिए इन बूथों की तैयारी का निर्देश दिया है।
इकोनॉमिक टाइम्स ने शनिवार को इस संबंध में एक विशेष रिपोर्ट प्रकाशित की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजेपी ने अपना वोट शेयर बढ़ाने के लिए ज्यादातर बूथों पर पहले चरण का काम पूरा कर लिया है, जिसे उसने पार्टी के लिए कमजोर बताया था।

ताजा ख़बरें
ईटी के मुताबिक पार्टी ने इस साल मई में शुरू हुए एक कार्यक्रम के तहत 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करने की गतिविधि के लिए देश भर में 1,12,058 बूथों की पहचान की है। पहले चरण में उसने एक डेटाबेस और मतदाता प्रोफाइल तैयार करने के साथ ही पार्टी नेताओं द्वारा जनसंपर्क कार्यक्रम शुरू करने का लक्ष्य रखा है। इसी के तहत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत तमाम नेता कई लोकसभा क्षेत्रों में पहुंचे।

पिछले मंगलवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में बीजेपी प्रदेश प्रभारियों की बैठक हुई, जिसमें बूथों को मजबूत बनाने के कार्यक्रम की प्रगति रिपोर्ट पर चर्चा हुई। रिपोर्ट के मुताबिक 84,039 बूथों पर पहले चरण का काम पूरा हो चुका है। यूपी, गुजरात और महाराष्ट्र उन राज्यों में शामिल हैं, जहां पहले चरण के लिए सौ फीसदी काम पूरा कर लिया गया है।

आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और तेलंगाना समेत आठ राज्यों में 20-50 फीसदी काम पूरा हो चुका है और पार्टी ने इसे अच्छी प्रगति करार दिया है। मेघालय, मिजोरम, सिक्किम, लद्दाख, अंडमान और निकोबार द्वीप और दमन और दीव में पूरा किया गया काम 20% से कम है।
इनमें से मेघालय में बूथ मजबूत करने का कार्यक्रम शुरू नहीं हो सका है। रिपोर्ट के अनुसार मिजोरम में काम शुरू हो गया है लेकिन कोई खास प्रगति नहीं हुई है। पार्टी नेताओं ने प्रभारियों से कार्यक्रम को प्राथमिकता देने और दूसरे चरण को अक्टूबर में शुरू करने और काम पूरा करने को कहा है। 
देश से और खबरें

दूसरे चरण के दौरान आउटरीच कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाएगा। पार्टी सूत्रों ने ईटी को बताया कि दूसरे चरण के दौरान नतीजे नजर आएंगे। कई केंद्रीय नेताओं को तमाम लोकसभा क्षेत्रों में भेजकर उनकी बूथवार बैठकें कराई जाएंगी। केंद्रीय मंत्रियों के अलावा तमाम राज्यों के प्रभावशाली नेताओं को भी बूथ लेवल की बैठकों में भेजा जाएगा। इसमें जातिगत समीकरणों का ध्यान रखा जा रहा है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें