कई शीर्ष सेना और पुलिस के पूर्व अधिकारियों ने सरकार और दक्षिणपंथी ईको सिस्टम को लद्दाखियों को राष्ट्र-विरोधी करार देने के खिलाफ चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लद्दाख के शांतिप्रिय लोगों को बदनाम किया जा रहे है, उससे गंभीर सुरक्षा नतीजे हो सकते हैं।