प्रदर्शनकारी किसानों ने मंगलवार रात "संघर्षविराम" की घोषणा की थी और बुधवार को "फिर से कोशिश" का वादा किया था। बॉर्डर पर निषेधाज्ञा लागू है और भारी सुरक्षा बल तैनात है। किसानों ने दिल्ली जाने की कोशिश के लिए दो मोर्चे खोले हुए हैं। एक मोर्चा शंभू बॉर्डर पर है, जो अंबाला के पास है। दूसरा मोर्चा खनौरी बॉर्डर है जो जींद जिले में आता है।
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा- “यह पूरी तरह से अराजकता है। हरियाणा पुलिस के जवान उन प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले, रबर की गोलियां चला रहे थे और यहां तक कि पत्थर भी फेंक रहे थे, जिन्होंने अभी तक हरियाणा में प्रवेश नहीं किया है। हम पंजाब क्षेत्र में हैं, हम पर इस तरह हमला क्यों किया जा रहा है?” उन्होंने कहा- “हम दिल्ली पहुंचने तक नहीं रुकेंगे, भले ही हमें कई दिनों तक अपना संघर्ष जारी रखना पड़े। हम केवल शांतिपूर्वक मार्च करना चाहते थे, लेकिन हरियाणा पुलिस ने हमें रोकने के लिए बैरिकेड्स लगा दिए और बल प्रयोग किया।” पंढेर ने आरोप लगाया, ''हरियाणा पुलिस की कार्रवाई में 60 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिसमें रबर की गोलियां चलाना भी शामिल है।''