जयपुर के ज्योति नगर थाने में एफ़आईआर दर्ज कराई गई है। इसमें रामदेव, बालकृष्ण, वैज्ञानिक अनुराग वार्ष्णेय, एनआईएमएस के अध्यक्ष बलबीर सिंह तोमर और निदेशक अनुराग तोमर के नाम भी शामिल हैं।
‘रोगियों पर क्लिनिकल जाँच के लिए ज़रूरी अनुमति हमें मिली हुई थी। इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च के अंग सीटीआरआई से टेस्टिंग की पूर्व अनुमति भी ले ली गई थी।’
दूसरी ओर, रामदेव की कंपनी पतंजलि ने ज़ोर देकर कहा है कि उसने किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया है।