प्रवासी मज़दूरों की मौत का आँकड़ा नहीं होने की बात कहने के लिए विपक्ष की तीखी आलोचनाओं के बाद सरकार ने अब सफ़ाई दी है। इसने कहा है कि ऐसा आँकड़ा जुटाने के लिए ज़िलों में कोई मैकनिज़्म यानी तंत्र नहीं है। यह प्रतिक्रिया संसद में नहीं आई है, बल्कि आलोचनाओं के बाद श्रम मंत्रालय के अधिकारियों ने सफ़ाई दी है। अब ज़ाहिर है जब कोई तंत्र ही नहीं है तो फिर आँकड़ा कहाँ से इकट्ठा किया जाएगा।