loader

एक लाख ऑक्सीजन केंसेन्ट्रेटर, 500 संयंत्र लगाएगी सरकार

ऑक्सीजन के लिए पूरे देश में मच रहे हाहाकार और कई जगहों से ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों की ख़बरों के बीच केंद्र सरकार ने एक लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसेन्ट्रेटर खरीदने और 500 ऑक्सीजन संयंत्र लगाने का एलान किया है। इसके लिए पीएम केअर्स फंड से पैसे निकाले जाएंगे। 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ख़ुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। 

क्या कहना है सरकार का?

केंद्र सरकार ने एक प्रेस बयान में कहा है कि पीएसए (प्रेशर स्विंग एब्जॉर्प्सन) संयंत्र लगाने के साथ ही एक लाख ऑक्सीजन कंसेन्ट्रेटर्स खरीदने से जहाँ ज़रूरत होगी, वहाँ ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकेगी। इससे ऑक्सीजन को उसके उत्पादन संयंत्र से अस्पताल तक ले जाने में हो रही दिक्क़तों से बचा जा सकेगा। 

ख़ास ख़बरें
तकरीबन 10 दिन पहले 162 ऐसे पीएसए संयंत्र लगाने की मंजूरी दी गई थी। अब तक कुल 1,213 पीएसए संयंत्र लगाने की मंजूरी मिल चुकी है और इनसब के लिए पैसे पीएम केअर्स से ही मिलेंगे। 
government to buy 1 lakh oxygen concentrators, 500 oxygen plants - Satya Hindi
बयान में दावा किया गया है कि 38 ऐसे पीएसए संयंत्रों ने काम करना शुरू कर दिया है और 30 अप्रैल तक 21 नए संयंत्र बन कर तैयार हो जाएंगे। सरकार ने यह भी दावा किया है कि 30 जून तक 156 पीएसए प्लांट काम करने लगेंगे। 

क्या होता है ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर?

ऑक्सीजन वह गैस है जो वातावरण में घुला होता है, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर वह मशीन है जो हवा से ऑक्सीजन को अलग करती है। यह मशीन हवा को अपने भीतर लेकर अन्य गैसों को निकाल देती है और इस तरह शुद्ध और सांस लेने लायक ऑक्सीजन मिल जाता है। 

एक कंसंट्रेटर एक मिनट में करीब 5 से 10 लीटर ऑक्सीजन सप्लाई कर सकता है। ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे एक आदमी के लिए इतनी ऑक्सीजन काफी है। इसलिए घर पर इसे रखने से रोगी को ऑक्सीजन मिलता रहता है। 

प्रधानमंत्री ने 27 मार्च 2020 को कोरोना महामारी जैसे आपातकाल या संकट से निपटने के लिए राष्ट्रीय निधि की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए ‘आपात स्थितियों में प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और राहत कोष (पीएम केयर्स फंड)' के नाम से एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट की स्थापना की थी। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें