किसानों का आंदोलन भले ही तीन कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ विरोध से शुरू हुआ था, लेकिन इन क़ानूनों के वापस लिए जाने पर ही यह ख़त्म नहीं हुआ। किसान इन क़ानूनों के अलावा छह अन्य मांगों को लेकर भी प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन पहले सरकार इस पर राजी नहीं हो रही थी।
किसान आंदोलन वापस- जानिए कौन-कौन सी मांगें सरकार ने मानीं
- देश
- |
- 9 Dec, 2021
तीन कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ 15 महीनों से प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज आंदोलन ख़त्म करने की घोषणा कर दी है। जानिए, किसानों की कौन सी मांगें मानी गईं और कौन सी नहीं।

लंबे चले संघर्ष के बाद उत्तर प्रदेश, पंजाब जैसे राज्यों में चुनाव से ऐन पहले सरकार ने किसानों की क़रीब-क़रीब सभी मांगें मान ली हैं। इसने किसान नेताओं से बातचीत की मांगें माने जाने का प्रस्ताव पेश किया। इस पर किसान नेता पिछले दो दिन से गहन मंथन कर रहे थे और आज सरकार के प्रस्ताव को किसानों ने स्वीकार कर लिया। तो सवाल है कि आख़िर किसानों की मांग क्या-क्या थी और और सरकार ने किन-किन मांगों को किस रूप में माना।