भारत में प्रेस स्वतंत्रता पर अभूतपूर्व संकट मंडरा रहा है, और इसका सबसे ताजा उदाहरण गुजरात से सामने आया है, जहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुजरात समाचार के संपादक और मालिक बाहुबली शाह को गिरफ्तार किया है। 1932 में स्थापित, गुजरात समाचार राज्य का सबसे पुराना और भारी संख्या में प्रसारित दैनिक समाचार पत्रों में से एक है। यह दूसरी बार है जब बीजेपी शासित गुजरात सरकार ने पत्रकारों और मीडिया मालिकों को निशाना बनाया है। इससे पहले, द हिंदू अखबार के पत्रकार महेश लांगा को भी गुजरात में गिरफ्तार किया गया था। ये गिरफ्तारियां कोई छोटी घटनाएं नहीं हैं; यह मोदी सरकार और गुजरात सरकार के उस सुनियोजित अभियान का हिस्सा हैं। भारत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता रैंकिंग में पहले ही दुनिया में 161वें स्थान पर है। यह रैंकिंग इस बात का साफ प्रमाण है कि देश में प्रेस स्वतंत्रता को कुचला जा रहा है।