दशहरा के मौके पर शस्त्र पूजन करते पीएम मोदी। फाइल फोटो।
द टेलीग्राफ के मुताबिक भारत सरकार ने गुरुवार को ही अपनी प्रतिक्रिया में डॉक्युमेंट्री के पहले हिस्से को प्रोपेगेंडा बताया था। बीबीसी डॉक्युमेंट्री के पहले हिस्से में 2002 के गुजरात दंगों का जिक्र था। गुजरात के उस समय के सीएम और भारत के वर्तमान पीएम मोदी की भूमिका का जिक्र था। भारत सरकार ने कहा था कि यह एक औपनिवेशिक मानसिकता का एक प्रचार टुकड़ा है।