loader

ज्ञानवापीः मुस्लिम पक्ष की 47 दलीलें पेश, 12 जुलाई को फिर सुनवाई

वाराणसी जिला कोर्ट ने सोमवार को ज्ञानवापी मामले में सुनवाई स्थगित कर दी और कहा कि वह 12 जुलाई को फिर से शुरू करेगी। मुस्लिम पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील ने सोमवार को सुनवाई के दौरान दलीलें पेश कीं।

मामले में मुस्लिम पक्ष की ओर से अधिवक्ता अभय नाथ यादव ने वाराणसी की अदालत में 51 में से 47 दलीलें पेश कीं।

ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे मामले में हिंदू पक्ष की ओर से पेश अधिवक्ता विष्णु जैन ने कहा, मुस्लिम पक्ष ने अपनी दलीलें दी हैं, सभी की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अगली सुनवाई की तारीख 12 जुलाई रखी गई है।

ताजा ख़बरें
वाराणसी जिला कोर्ट ने सोमवार को दिन में पहले सुनवाई शुरू की, जिसमें मस्जिद प्रबंधन समिति की दलीलें सुनवाई के लिए चुनौती दी गईं, जिसमें ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में हिंदू देवताओं की पूजा करने की अनुमति देने की याचिका दायर की गई थी। 
याचिकाकर्ता महिलाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले एक वकील के अनुसार, 30 मई को, वाराणसी जिला कोर्ट ने अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद समिति की याचिका पर सुनवाई को 4 जुलाई तक हिंदू महिलाओं द्वारा दायर एक मुकदमे की सुनवाई को चुनौती दी थी। 
अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद की ओर से पेश अधिवक्ता ने अपने तर्क का समर्थन करने के लिए विभिन्न निर्णयों का हवाला दिया था कि हिंदू महिलाओं द्वारा दायर एक मुकदमे की स्थिरता पूजा स्थल अधिनियम द्वारा वर्जित है। 
देश से और खबरें
ज्ञानवापी मस्जिद पर दीवानी वाद के दावों को खारिज करने की मांग करने वाले मुस्लिम पक्ष की दलीलें पूरी नहीं हो सकीं और यह सोमवार को भी जारी रहेगी। इससे पहले जिला जज की अदालत ने ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी कांप्लेक्स मामले की सुनवाई तय करते हुए कहा कि मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार होगी।

हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि मस्जिद परिसर के अंदर एक शिवलिंग की खोज की गई थी और मुस्लिम पक्ष ने दावा किया था कि संरचना मस्जिद के वुज़ू खाना क्षेत्र में फव्वारे का हिस्सा थी।

इस बीच, वाराणसी की एक दीवानी अदालत ने मुस्लिम पक्ष से मस्जिद परिसर में पूजा के अधिकार की मांग करने वाले एक अन्य दीवानी मुकदमे पर जवाब दाखिल करने को कहा।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें