प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से भाषण में देश की एकता, ऑपरेशन सिंदूर, आतंकवाद के ख़िलाफ़ ज़ीरो टॉलरेंस सहित कई मुद्दों पर बात रखी। जानें भाषण की मुख्य बातें।
भारत स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। लाल किले पर प्रधानमंत्री मोदी।
देश शुक्रवार को उत्साह और देशभक्ति के साथ अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए देश की एकता, ताकत और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर जोर दिया। पीएम ने दिवाली तक जीएसटी में बड़े सुधार की घोषणा की और कहा कि रोजाना इस्तेमाल होने वाले सामानों पर टैक्स कम होंगे व इससे सामान सस्ते होंगे। अपने भाषण में पीएम मोदी ने हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की सराहना की और पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि भारत किसी भी तरह के न्यूक्लियर ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने ट्रंप के टैरिफ़ और व्यापार वार्ता को लेकर यह भी कहा कि किसानों पर कोई आंच नहीं आने दी जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से अब तक का सबसे लंबा 103 मिनट तक भाषण दिया।
'ऑपरेशन सिंदूर न्यू नॉर्मल'
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में ऑपरेशन सिंदूर को भारत की आतंकवाद विरोधी नीति का एक नया मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य अभियान नहीं है, बल्कि यह भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति और हमारे बहनों-बेटियों के सम्मान की रक्षा का प्रतीक है।’ यह ऑपरेशन 7 मई 2025 को शुरू किया गया था, जो 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था। पीएम ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर सटीक हमले किए, जिसमें 100 से अधिक कुख्यात आतंकवादी मारे गए।
प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा, ‘भारत अब आतंकवादियों और उन्हें शरण देने वाले सरकारी तत्वों के बीच कोई अंतर नहीं करता। आतंकवाद के खिलाफ हमारी प्रतिक्रिया हमारी शर्तों पर होगी, और हमारी मिसाइलों और ड्रोनों ने आतंकवाद के गढ़ को ध्वस्त कर दिया।’ उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को दिखाया कि न्यूक्लियर ब्लैकमेल अब भारत को रोक नहीं सकता।
पाकिस्तान को कड़ा संदेश
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी कि भारत आतंकवाद और बातचीत को एक साथ स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, ‘आतंक और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते। आतंक और व्यापार साथ-साथ नहीं हो सकते। खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।’ उन्होंने यह भी दोहराया कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच कोई बातचीत होगी तो वह केवल आतंकवाद और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर होगी।
पीएम ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना की ताकत और संयम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा,
पाकिस्तान ने हमारे स्कूलों, कॉलेजों, गुरुद्वारों और मंदिरों पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन हमारी मजबूत हवाई रक्षा प्रणाली ने उनके ड्रोनों और मिसाइलों को नाकाम कर दिया।
प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना शुरू
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना’ की शुरुआत की घोषणा की। उन्होंने कहा, "आज 15 अगस्त के दिन, हम देश के युवाओं के लिए एक लाख करोड़ रुपये की योजना शुरू कर रहे हैं। आज से ‘प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना’ लागू हो रही है। इसके तहत निजी क्षेत्र में पहली नौकरी पाने वाले बेटे-बेटियों को सरकार 15,000 रुपये देगी।"
आरएसएस पर क्या बोले
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आरएसएस दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ है जो राष्ट्र निर्माण में लगा हुआ है। उन्होंने कहा, 'आज से 100 साल पहले एक संगठन का जन्म हुआ था - राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ! व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण के इस संकल्प को लेकर, 100 साल तक मां भारती के कल्याण का लक्ष्य लेकर लक्ष्यावधि स्वयंसेवकों ने मातृभूमि के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित किया। मैं आज लाल किले की प्राचीर से 100 साल इस राष्ट्र की सेवा में योगदान देने वाले सभी स्वयंसेवकों को स्मरण करता हूं।'
पीएम ने क्या क्या कहा
- 'आज आईटी का युग है, डेटा की ताकत है। क्या समय की मांग नहीं है कि ऑपरेटिंग सिस्टम से लेकर साइबर सुरक्षा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक सारी चीजें हमारी अपनी हों।'
- '140 करोड़ भारतवासी 2047 में जब आजादी के 100 साल पूर्ण होंगे, तब तक विकसित भारत के संकल्प को परिपूर्ण करने के लिए पूरी ताकत से जुटे हैं। इस संकल्प की पूर्ति के लिए भारत आज हर सेक्टर में आधुनिक इकोसिस्टम तैयार कर रहा है। आधुनिक इकोसिस्टम हर क्षेत्र में हमारे देश को आत्मनिर्भर बनाएगा।'
- 'आत्मनिर्भरता केवल व्यापार तक सीमित नहीं है। यह हमारी अपनी क्षमता के बारे में है। यदि हम आत्मनिर्भर न होते, तो क्या ऑपरेशन सिंदूर इतना सफल होता?'
- 'प्रकृति हम सभी की परीक्षा लेरही है… हाल के दिनों में हमने कई विनाशकारी घटनाओं, भूस्खलन, बादल फटने और कई अन्य आपदाओं को देखा है। हमारी हार्दिक संवेदनाएं और एकजुटता उन लोगों के साथ हैं जो प्रभावित हुए हैं।'
- बजट का एक बड़ा हिस्सा तेल, पेट्रोल और डीजल आयात करने में खर्च होता है। यदि हम निर्भर न होते, तो वह पैसा मेरे देश, किसानों और गरीबों के लिए इस्तेमाल हो सकता था। लेकिन हम इस पहलू में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में काम कर रहे हैं।'
- 'हमने भारत को ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाने का फैसला किया है; सौर, हाइड्रोजन, परमाणु क्षेत्रों में कई पहल की जा रही हैं।'
- 'यह आगे बढ़ने, सपने देखने का अवसर है। सरकार आपके साथ है। मैं आपके साथ हूं।'
- 'हम अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में काम कर रहे हैं। हम अपने स्वयं के अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की कोशिश कर रहे हैं… अब 300 स्टार्टअप केवल अंतरिक्ष क्षेत्र में काम कर रहे हैं।'
- 'विकसित भारत का आधार भी आत्मनिर्भर भारत है… अगर कोई दूसरों पर बहुत अधिक निर्भर हो जाता है, तो स्वतंत्रता का सवाल ही धुंधला होने लगता है… आत्मनिर्भरता केवल आयात, निर्यात, रुपये, पाउंड या डॉलर तक सीमित नहीं है। इसका अर्थ कहीं अधिक व्यापक है। आत्मनिर्भरता हमारी ताकत से सीधे जुड़ी है…'
- 'मैं सभी प्रभावशाली लोगों से इस दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में मेरी मदद करने की अपील करता हूं। वोकल फॉर लोकल हर भारतीय का नारा होना चाहिए।'
- 'हमने पिछले 8 वर्षों में देश में कर का बोझ कम किया है। हमने कराधान को आसान बनाया। इस दीवाली, हम अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार ला रहे हैं। रोजमर्रा की चीजें सस्ती हो जाएंगी।'
स्वतंत्रता दिवस पर एकता और शक्ति का संदेश
79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने देशवासियों से एकजुट रहने और भारत को एक विकसित भारत बनाने के संकल्प को दोहराने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘यह युद्ध का युग नहीं है, लेकिन यह आतंकवाद का युग भी नहीं है। भारत की एकता और शक्ति ही आतंकवाद के खिलाफ हमारा सबसे बड़ा हथियार है।’
उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों, खुफिया एजेंसियों और वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता स्वदेशी रक्षा उपकरणों और आत्मनिर्भर भारत की ताकत का प्रमाण है। पीएम ने कहा, ’हमारी मिसाइलों और ड्रोनों ने न केवल आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि दुनिया को भारत की 21वीं सदी की युद्ध क्षमता का प्रदर्शन भी किया।’
राष्ट्रपति ने भी की सराहना
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या के संबोधन में ऑपरेशन सिंदूर को मानवता के आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का ऐतिहासिक उदाहरण बताया और देश की एकता को सबसे बड़ा जवाब करार दिया। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन को सटीक और संतुलित सैन्य प्रतिक्रिया बताते हुए भारत के नए दृष्टिकोण की सराहना की।
प्रधानमंत्री मोदी के इस भाषण ने न केवल भारत की आतंकवाद के खिलाफ कठोर नीति को रेखांकित किया, बल्कि देश की एकता, शक्ति और आत्मनिर्भरता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाया। ऑपरेशन सिंदूर को उन्होंने भारत की नई सामरिक नीति का प्रतीक बताया, जो आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस और न्यूक्लियर ब्लैकमेल के खिलाफ दृढ़ता का संदेश देता है।