loader

देश में अब तक ओमिक्रॉन के 126 केस आए, सबसे ज़्यादा महाराष्ट्र में

देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले शनिवार को 126 हो गए हैं। इससे एक दिन पहले तक 101 मामलों की पुष्टि हुई थी। एक शोध के अनुसार डेल्टा से भी 70 फ़ीसदी अधिक तेज़ी से फैलने वाले इस ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर दुनिया भर में एक बार फिर से खौफ है। ख़ासकर ब्रिटेन में यह वैरिएंट जिस तेजी से फैला और कुल संक्रमण के मामले रिकॉर्ड आने लगे हैं उससे दुनिया भर में नये सिरे से चिंताएँ पैदा हो गई हैं।

ब्रिटेन में ओमिक्रॉन वैरिएंट के क़रीब 25 हज़ार मामले सामने आ चुके हैं। वहाँ दूसरे वैरिएंट के पॉजिटिव केस भी आ रहे हैं। अब तो इंग्लैंड में संक्रमण इतना ज़्यादा फैला है कि वहाँ हर रोज़ संक्रमण के मामले रिकॉर्ड स्तर पर आ रहे हैं। एक दिन पहले ही ब्रिटेन में कोरोना के 90 हज़ार पॉजिटिव केस आए हैं।

ताज़ा ख़बरें

सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में 24-25 नवंबर को ओमिक्रॉन वैरिएंट का पहला मामला सामने आने के बाद से दुनिया भर में यह फैल चुका है। इस महीने की शुरुआत में भारत में भी ओमिक्रॉन के मामलों की पुष्टि हुई। भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 2 दिसंबर को कहा था कि भारत में इस नये वैरिएंट के दो मामले पाए गए। इसके बाद से लगातार संख्या बढ़ती ही जा रही है।

बहरहाल, कर्नाटक में छह और केरल में चार मामले दर्ज किए जाने के बाद शनिवार को भारत में ओमिक्रॉन केसों ​​​​की संख्या बढ़कर 126 हो गई। शनिवार को ही महाराष्ट्र में तीन और व्यक्तियों में नये वैरिएंट की पुष्टि हुई।

अब तक 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ओमिक्रॉन मामलों का पता चला है। इनमें सबसे ज़्यादा महाराष्ट्र में केस मिले हैं। 

महाराष्ट्र में 43, दिल्ली में 22, राजस्थान में 17 और कर्नाटक में 14, तेलंगाना में 8, गुजरात में 7, केरल में 11 और आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, तमिलनाडु व पश्चिम बंगाल में 1-1 मामलों की पुष्टि हुई है।

अधिकारियों ने कहा है कि कर्नाटक में मिले छह नए मामलों में से एक ब्रिटेन का यात्री है, जबकि पांच अन्य दक्षिण कन्नड़ ज़िले के हैं। केरल में भी मिले नए वैरिएंट के 4 मामलों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है। 

देश से और ख़बरें

बता दें कि ओमिक्रॉन से तीसरी लहर अगले कुछ महीनों में आने की आशंका जताई जा रही है। विशेषज्ञों ने एक आकलन के आधार पर कहा है कि भारत में तीसरी लहर फरवरी 2022 में शिखर पर हो सकती है। यह बात राष्ट्रीय कोविड सुपर मॉडल कमेटी ने शनिवार को कही। 

भारत में कोविड सुपर मॉडल कमेटी के प्रमुख प्रोफेसर विद्यासागर ने कहा है कि भारत में ओमिक्रॉन की तीसरी लहर ज़रूर आएगी लेकिन यह कोरोना की दूसरी लहर के मुक़ाबले हल्की होगी।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें