विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संसद की स्थायी समिति को बताया है कि इस युद्धविराम में संयुक्त राज्य अमेरिका की कोई भूमिका नहीं थी। उन्होंने समिति को बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए युद्धविराम को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता के दावे को भारत ने सिरे से खारिज कर दिया है। मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से यह कहा गया है।

यह बयान तब आया है जब ट्रंप लगातार यह दावा कर रहे हैं कि उन्होंने भारत पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कराने में मध्यस्थता की। ट्रंप ने 10 मई को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर कहा था कि उनकी मध्यस्थता के कारण भारत और पाकिस्तान युद्धविराम के लिए सहमत हुए।