भारत ने मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ द्वारा लगाए गए आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया। शरीफ ने इस्लामाबाद में हुए हालिया आत्मघाती बम विस्फोट के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शरीफ के आरोपों को "बेबुनियाद और निराधार" बताते हुए पाकिस्तानी नेतृत्व की मानसिक स्थिति पर सवाल उठाया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "भारत एक स्पष्ट रूप से भ्रमित पाकिस्तानी नेतृत्व द्वारा लगाए जा रहे इन बेबुनियाद और निराधार आरोपों को पूरी तरह खारिज करता है। यह एक पूर्वानुमानित रणनीति है।"
यह बयान शरीफ के उस भाषण के कुछ घंटे बाद आया, जो उन्होंने इस्लामाबाद में अंतर-संसदीय स्पीकर्स सम्मेलन में दिया। शरीफ ने भारत पर पाकिस्तान को अस्थिर करने के लिए आतंकवाद प्रायोजित करने का आरोप लगाया। गौरतलब है कि मंगलवार को इस्लामाबाद में हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने ली थी, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई। इसके बावजूद शरीफ ने दावा किया कि यह हमला "भारत समर्थित आतंकी प्रॉक्सी" का काम था।
पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक एक्स (ट्विटर) अकाउंट से पोस्ट किए गए बयान में शरीफ ने कहा कि यह आत्मघाती हमला "अफगानिस्तान से शुरू हुआ और भारत का समर्थन प्राप्त था।" उन्होंने बिना किसी सबूत के आगे कहा, "अफगान धरती से भारतीय संरक्षण में हो रहे इन हमलों की जितनी भी निंदा की जाए, कम है।"
शरीफ ने इस घटना को सोमवार को खैबर पख्तूनख्वा के वाना में कैडेट कॉलेज के बाहर हुए एक अन्य हमले से भी जोड़ा, जिसमें तीन लोगों की मौत हुई थी। पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने उस हमले की जिम्मेदारी भी प्रतिबंधित टीटीपी पर डाली थी, लेकिन प्रधानमंत्री ने दावा किया कि दोनों हमलों के पीछे "अफगान क्षेत्र से संचालित एक ही नेटवर्क" है।
भारत ने इन आरोपों को पाकिस्तान की पुरानी रणनीति करार देते हुए स्पष्ट किया कि ऐसे निराधार दावे द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने में बाधक हैं। विदेश मंत्रालय ने किसी अतिरिक्त टिप्पणी से इनकार कर दिया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि हमलों के बाद अफ़ग़ानिस्तान के अंदर सीमा पार कार्रवाई की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। आसिफ ने अफ़ग़ान तालिबान शासन द्वारा हमलों की निंदा को भी खारिज करते हुए कहा कि ऐसे बयानों को "ईमानदारी का सबूत नहीं माना जा सकता।" उन्होंने कहा, "अफ़ग़ान तालिबान द्वारा पनाह पाए लोग हम पर बार-बार हमला कर रहे हैं।"
पाकिस्तान में बढ़ती आतंकी घटनाओं के बीच ये आरोप ऐसे समय आए हैं जब टीटीपी ने पिछले कुछ महीनों में कई बड़े हमलों की जिम्मेदारी ली है। विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों से ध्यान भटकाने के लिए भारत को निशाना बना रहा है।