ऐसे समय जब भारत और चीन के  लगभग एक लाख सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास तैनात हैं और दोनों देशें की सेनाओं के बीच 7 दौर की बातचीत नाकाम हो चुकी है, भारत और अमेरिका ने एक बहुत ही अहम रक्षा सहयोग समझौते पर दस्तख़त किए हैं।