मुसलमानों की आर्थिक-सामाजिक स्थिति पर देश में चर्चा गायब हो गई है। नई रिपोर्ट- समकालीन भारत में मुसलमानों के लिए पॉजिटिव एक्शन पर पुनर्विचार रिपोर्ट इस चर्चा को फिर से वापस ला सकती है। इस रिपोर्ट को इंडियन एक्सप्रेस ने प्रकाशित किया है। यह रिपोर्ट पिछले 10 वर्षों में इस तरह का पहला विस्तृत पॉलिसी दस्तावेज है, जो मुसलमानों के लिए सकारात्मक कार्रवाई (Affirmative Action) की स्थिति का जायजा लेता है। इसमें भविष्य के लिए सात सूत्री रोडमैप भी पेश किया गया है। यह रिपोर्ट चार मुख्य थीम्स पर आधारित है। जिसमें सरकारी नीतियों, शिक्षा, आर्थिक स्थिति और मुस्लिम समुदाय की धारणाओं को गहराई से विश्लेषित करती है।
भारत के मुस्लिम आर्थिक-सामाजिक रूप से कहां खड़े हैं, नई रिपोर्ट में क्या है
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- 29 Mar, 2025
भारत के मुसलमानों की स्थिति पर एक नई रिपोर्ट प्रकाशित की गई है। जिसका शीर्षक है ‘Rethinking Affirmative Action for Muslims in Contemporary India’ (समकालीन भारत में मुसलमानों के लिए पॉजिटिव एक्शन पर पुनर्विचार)। इस रिपोर्ट में मुसलमानों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति और सरकार की नीतियों का मूल्यांकन किया गया है। जानियेः
