यह इस साल (2025) का पहला बड़ा हादसा है। 2023-24 में, भारत में 40 रेल हादसे हुए। लेकिन रेल मंत्री ने फरमाया कि 2014 से हादसे कितने कम हुए, उसका डेटा देने की बजाय कहा कि 2023-24 में हुए हादसे 2000-01 में हुए हादसों के मुकाबले 473 से कम है। हालाँकि, 2024 में कई बड़ी रेल दुर्घटनाएँ हुईं, जिनमें पटरी से उतरना, टक्कर और सिग्नल विफलताएँ शामिल थीं। 2023-24 में 40 ट्रेन हादसों में 313 यात्रियों और चार कर्मचारियों की मौत हुई थी।
हादसों का जिम्मेदार कौनः 11 रेलवे संगठनों और केंद्रीय ट्रेड यूनियनों का कहना है कि केंद्र सरकार, उसके मंत्री और अन्य उच्च पदस्थ अधिकारी तमाम रोके जा सकने वाले रेल हादसों की जिम्मेदारी लें। संगठनों का कहना है कि सरकार "सुरक्षा मानदंडों और प्रक्रियाओं के उल्लंघन" को रोके। उन्होंने रेलवे में बड़ी कमियों की ओर इशारा किया है जो घटनाओं के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं।