जम्मू में कई जोरदार विस्फोटों की आवाज़ें सुनी गईं। आकाश में ड्रोन और मिसाइलें दिखीं। सेना ने इन मिसाइलों को नाकाम कर दिया। और इस बीच पूरे जम्मू में पूरी तरह ब्लैकआउट हो गया। बाद में पंजाब से लेकर राजस्थान भी ब्लैकआउट हो गया। यानी ये क्षेत्र अंधेरे में डूब गए। सोशल मीडिया पर लोगों ने ऐसे वीडियो डाले हैं जिसमें कहा गया है कि आकाश में मिसाइलों जैसी चमकती चीजें देखी गईं। इसके बाद पूरे शहर में बिजली आपूर्ति ठप कर दी गई।

यह घटना भारत और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच हुई। पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात को जम्मू सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत के कई सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की। भारतीय सेना ने इन हमलों को नाकाम कर दिया और जवाबी कार्रवाई में लाहौर में एक पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त कर दिया।

ताज़ा ख़बरें

सायरन की आवाज़

जम्मू शहर और कुपवाड़ा में सायरन की आवाज के बाद प्रशासन ने पूर्ण ब्लैकआउट लागू कर दिया। अमृतसर में भी इसी तरह की घटनाएं सामने आईं, जहां स्थानीय लोगों ने हवाई अड्डे के पास विस्फोटों की आवाज सुनी। अमृतसर जिला प्रशासन ने भी बिजली कटौती शुरू कर दी।

जम्मू के कठुआनंगल क्षेत्र के जेठूवाल, मखान विंडी, और पंधेर गांवों में गुरुवार सुबह मिसाइलों का मलबा बरामद हुआ था। स्थानीय निवासियों ने बताया कि रात 1:00 से 2:00 बजे के बीच जोरदार विस्फोटों की आवाज सुनी गई। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने बताया कि पाकिस्तान ने जम्मू, श्रीनगर, पठानकोट, अमृतसर, लुधियाना, चंडीगढ़, और भुज सहित कई सैन्य ठिकानों को ड्रोन और मिसाइलों से निशाना बनाने की कोशिश की। हालांकि, एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और रूस निर्मित एस-400 'सुदर्शन चक्र' वायु रक्षा प्रणालियों ने इन हमलों को नाकाम कर दिया। रक्षा मंत्रालय ने कहा, 'हमले का मलबा कई स्थानों से बरामद किया गया है, जो पाकिस्तानी हमलों का सबूत है।'

देश से और खबरें

जवाबी कार्रवाई में भारतीय सशस्त्र बलों ने गुरुवार सुबह पाकिस्तान में कई स्थानों पर वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाया। लाहौर में एक वायु रक्षा प्रणाली को ध्वस्त कर दिया गया। लाहौर के वाल्टन रोड पर हुए ड्रोन हमले के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई, और लोग सड़कों पर निकल आए। स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, लाहौर, सियालकोट, और कराची हवाई अड्डों पर उड़ानें अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गईं।

विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने कहा, 'हमारी कार्रवाइयां आतंकवाद के खिलाफ थीं, और हमने नागरिक हानि से बचने के लिए सटीक लक्ष्य चुने।'

पाकिस्तान ने यह भी दावा किया कि भारतीय हमलों में 26 नागरिक मारे गए, जिनमें बहावलपुर की सुभान मस्जिद में 13 लोग शामिल थे। भारत ने इन दावों को 'झूठा और भ्रामक' करार देते हुए कहा कि हमले केवल आतंकी ठिकानों पर किए गए।