जस्टिस बी.वी. नागरत्ना ने मंगलवार को सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की एक टिप्पणी पर आपत्ति जताई और उन्हें नसीहत भी दे दी। उन्होंने कहा है कि जजों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे किसी मामले में निर्णय देते समय केवल इसलिए पूर्व न्यायाधीशों को दोषी न ठहराएं क्योंकि वे किसी अलग नतीजे पर पहुंचे थे। जस्टिस नागरत्ना ने यह टिप्पणी तब की जब सीजेआई के नेतृत्व वाली सुप्रीम कोर्ट की 9 जजों की बेंच निजी संपत्ति मामले में फ़ैसला दे रही थी। जस्टिस नागरत्ना भी उस बेंच में शामिल थीं।