चुनावी हार को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने साफ़-साफ़ कह दिया है कि पार्टी की राज्य ईकाइयों को राष्ट्रीय नेताओं और राष्ट्रीय मुद्दों पर नहीं निर्भर रहना चाहिए। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि पार्टी को विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय मुद्दों के अलावा राज्य स्तर के मुद्दों पर भी ध्यान देना होगा और मूड को जीत में बदलना सीखना होगा।
CWC: चुनावी हार पर खड़गे- राज्य ईकाई कब तक राष्ट्रीय नेताओं पर निर्भर रहेंगी?
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- 29 Mar, 2025
हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में ख़राब नतीजों के बीच कांग्रेस वर्किंग कमिटी में कई मुद्दों पर चर्चा हुई और प्रस्ताव पारित किया गया। जानिए, इसमें क्या कहा गया।

खड़गे ने कहा, 'हम चुनाव हार गए हैं, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि बेरोजगारी, महंगाई और आर्थिक असमानता ज्वलंत मुद्दे हैं। जाति जनगणना भी आज एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। संविधान, सामाजिक न्याय और सद्भाव जैसे मुद्दे लोगों के मुद्दे हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम चुनावी राज्यों में महत्वपूर्ण स्थानीय मुद्दों को भूल जाएं। समय रहते राज्यों के अलग-अलग मुद्दों को विस्तार से समझना और उनके इर्द-गिर्द एक ठोस अभियान रणनीति बनाना भी जरूरी है। राष्ट्रीय मुद्दों और राष्ट्रीय नेताओं के सहारे आप कब तक राज्य के चुनाव लड़ेंगे?'