अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने दिल्ली के लाल किले के पास हाल ही में हुए कार विस्फोट की जाँच में भारत की "बेहद संतुलित, सतर्क और बेहद पेशेवर" भूमिका की सराहना की है। उन्होंने इस विस्फोट को "स्पष्ट रूप से एक आतंकवादी हमला" बताया है। 
रुबियो ने बुधवार को कनाडा के हैमिल्टन में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वाशिंगटन इस घटना के संभावित प्रभावों से अवगत है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय अधिकारी ज़िम्मेदारी से जाँच का प्रबंधन कर रहे हैं। वे बहुत संतुलित, सतर्क और बेहद पेशेवर रहे हैं।
इस्लामाबाद में विस्फोट दिल्ली लाल किला ब्लास्ट के बाद हुआ था। लेकिन अमेरिका का बयान लाल किला की घटना पर फौरन नहीं आया। उसने सबसे पहले पाकिस्तान की घटना पर बयान दिया था। पाकिस्तान में बड़े आतंकवादी हमलों के बाद, अमेरिका पीड़ितों के प्रति फौरन संवेदना जताता है, हमले की निंदा करता है और पाकिस्तान को आतंकवाद से लड़ने में सहयोग का आश्वासन देता है। हाल के इस्लामाबाद ब्लास्ट के बाद, पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज़ शरीफ ने 'भारत समर्थित आतंकवादी प्रॉक्सी' को दोषी ठहराया था, जिसे भारत ने 'आधारहीन और निराधार' कहकर खारिज कर दिया था। अमेरिका ने फिलहाल शहबाज शरीफ के बयान का किसी भी रूप में समर्थन नहीं किया है।
दिल्ली विस्फोट के लगभग 24 घंटे बाद भारत स्थित अमेरिकी दूतावास ने एक बयान जारी किया। राजदूत सर्जियो गोर ने X पर पोस्ट किया- " हमारी संवेदनाएँ और प्रार्थनाएँ कल रात नई दिल्ली में हुए भयानक विस्फोट में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ हैं। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।"  जबकि पाकिस्तान के मामले में, अमेरिका की प्रतिक्रिया काफ़ी विस्तृत थी और बयान फौरन जारी किया गया था। अमेरिका ने कहा था-  "आतंकवाद के ख़िलाफ़ संघर्ष में अमेरिका पाकिस्तान के साथ एकजुटता से खड़ा है। आज के बेतुके हमले में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति हमारी संवेदना। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। हम इस हमले और आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा करते हैं और पाकिस्तान सरकार द्वारा उनके देश में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" लेकिन जब भारतीय मीडिया में अमेरिका की पाकिस्तान को लेकर दी गई प्रतिक्रिया पर रिपोर्ट आने लगी तो उसके बाद अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो का बयान आया।

विदेश मंत्री ने कनाडा में जी-7 विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। उनसे भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुई सीमा पार झड़पों के बाद हुए विस्फोट और तनाव में संभावित वृद्धि के बारे में पूछा। 

रुबियो ने कहा, "तो, स्पष्ट रूप से, हम हमले की क्षमता से अवगत हैं, और इसलिए हमने आज इस बारे में थोड़ी बात की। यह आतंकी हमला कितना व्यापक है, इस पर बात हुई। लेकिन मुझे लगता है कि हमें इंतज़ार करना होगा और देखना होगा कि उनकी जाँच क्या उजागर करती है।" उन्होंने कहा कि हालाँकि अमेरिका ने सहायता की पेशकश की थी, लेकिन भारत इस जाँच को संभालने में "काफी सक्षम" है। उन्होंने कहा, "उन्हें हमारी मदद की ज़रूरत नहीं है।"
रुबियो से मुलाकात के दौरान, जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया कि उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री की संवेदनाओं की सराहना की। उन्होंने लिखा, "आज सुबह G7 FMM में रुबियो से मिलकर अच्छा लगा। दिल्ली में हुए विस्फोट में हुई जानमाल की हानि पर उनकी संवेदनाओं के लिए आभारी हूँ। व्यापार और आपूर्ति श्रृंखलाओं पर केंद्रित हमारे द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा हुई। यूक्रेन संघर्ष, मध्य पूर्व/पश्चिम एशिया की स्थिति और हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ।"

लाल किला विस्फोट पर अपडेट 

दिल्ली के लाल किला के पास हुए कार विस्फोट को केंद्र सरकार ने 'जघन्य आतंकी घटना' घोषित किया है और इसकी जाँच राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई है। 

हमलावर की पहचान की पुष्टि: DNA परीक्षण ने पुष्टि की है कि कार चला रहा व्यक्ति वांछित आतंकवादी डॉ. उमर नबी था, जो इस विस्फोट में मारा गया। उसके डीएनए का मिलान उसकी माँ के DNA नमूने से किया गया है। 
सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल (White-Collar Terror Module): जाँच में 'व्हाइट-कॉलर' (सफेदपोश) आतंकवादी मॉड्यूल का खुलासा हुआ है, जिसका संबंध जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार ग़ज़वत-उल-हिंद जैसे संगठनों से बताया जा रहा है। इस मॉड्यूल में कई डॉक्टरों और अन्य शिक्षित लोगों की संलिप्तता सामने आई है। विस्फोट से कुछ ही घंटे पहले, अधिकारियों ने आठ लोगों को गिरफ़्तार किया था और 2900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री ज़ब्त की थी। 
निशाने पर और हमले: गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ और बरामद डायरियों से पता चला है कि वे दिसंबर 6 (बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी) और गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) जैसे महत्वपूर्ण अवसरों पर कई शहरों में सिलसिलेवार हमले करने की योजना बना रहे थे, जिसमें संभावित रूप से अयोध्या भी शामिल था। 

दूसरी गाड़ी की बरामदगी: संदिग्धों से जुड़ी एक दूसरी कार (लाल फोर्ड इकोस्पोर्ट) हरियाणा के एक गाँव से बरामद की गई है। आर्थिक लेन-देन: जाँच एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार, मुख्य आरोपियों ने मिलकर लगभग 20 लाख रुपये नकद जुटाए थे और IED बनाने के लिए गुरुग्राम, नूंह और आस-पास के क्षेत्रों से 20 क्विंटल से अधिक NPK उर्वरक खरीदा था।

आर्थिक लेन-देन: जाँच एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार, मुख्य आरोपियों ने मिलकर लगभग 20 लाख रुपये नकद जुटाए थे और IED बनाने के लिए गुरुग्राम, नूंह और आस-पास के क्षेत्रों से 20 क्विंटल से अधिक नाइट्रेट खरीदा था।