Vote Chori ECI Bihar SIR: बिहार में रविवार 17 अगस्त से राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोटर अधिकार यात्रा शुरू हो रही है। आमतौर पर चुनाव आयोग असामान्य हालात में रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करता है लेकिन उसने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुला ली है।
चुनाव आयोग (ECI) ने 17 अगस्त को दोपहर 3 बजे नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करेगा। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा वोट चोरी के आरोपों सहित हालिया राजनीतिक घटनाक्रमों पर चर्चा होने की उम्मीद है। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की शुरुआत के बाद यह चुनाव आयोग का पहला मीडिया संवाद होगा।
चुनाव आयोग ने इस महीने की शुरुआत में, निर्धारित राज्य विधानसभा चुनावों से लगभग चार महीने पहले, बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण शुरू किया था। इससे कई सवाल खड़े हो गए हैं और संसद के चल रहे मानसून सत्र में यह बहस का विषय बन गया है। राहुल गांधी ने पिछले एक हफ्ते में चुनाव आयोग की आलोचना तेज कर दी है। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान बड़े पैमाने पर मतदान हेराफेरी का आरोप लगाया है, जिससे उनका दावा है कि भाजपा को फायदा हुआ।
लोकसभा में विपक्ष के नेता ने विशेष रूप से चुनाव आयोग पर महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक जैसे प्रमुख राज्यों में मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं को जोड़ने का आरोप लगाया। यह विवाद तब और तूल पकड़ गया जब गांधी ने आरोप लगाया कि कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र, जो बेंगलुरु मध्य लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, में कुल 6.5 लाख में से 1 लाख से ज़्यादा वोट फर्जी तरीके से डाले गए। भाजपा ने 2024 के चुनाव में बेंगलुरु मध्य सीट 32,707 मतों के अंतर से जीती थी।
इस खुलासे के बाद, कांग्रेस ने अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में भी इसी तरह के आरोप लगाए हैं। हाल ही में एक पार्टी बैठक के दौरान, गांधी ने संकेत दिया कि 70 से ज़्यादा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान में धांधली की भूमिका हो सकती है, जहाँ कांग्रेस 50,000 से कम मतों के अंतर से हारी।
दूसरी तरफ आरजेडी के तेजस्वी यादव ने भी बिहार में दोहरे वोटर कार्ड के सबूत बड़े पैमाने पर पेश किए। जिसमें कुछ को चुनाव आयोग ने नोटिस भी जारी किया। दरअसल, बिहार एसआईआर के बाद जब ड्राफ्ट मतदाता सूची प्रकाशित हुई तो बीजेपी ने ही सबसे पहले तेजस्वी पर हमला बोला कि उनके पास दो वोटर कार्ड हैं। लेकिन उसके बाद तेजस्वी ने भी बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा, चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी (रामविलास पासवान) की पार्टी की सांसद वीणा देवी और उनके एमएलसी पति दिनेश सिंह के दोहरे वोटर कार्ड पेश किए। तेजस्वी बीजेपी के कई अन्य नेताओं के दोहरे वोटर कार्ड के सबूत भी पेश किए। इसके बाद बीजेपी और चुनाव आयोग ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध ली।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि भाजपा ने चुनाव आयोग के साथ मिलकर मतदाता सूची में हेराफेरी की है। उन्होंने दावा किया कि एसआईआर प्रक्रिया का इस्तेमाल हाशिए पर पड़े समुदायों के वोट काटने के लिए किया गया और इसे लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए खतरा बताया। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप का हवाला देते हुए, खेड़ा ने कहा कि मतदाता सूची में बदलाव केवल प्रक्रियागत नहीं, बल्कि राजनीतिक भी हैं। उन्होंने कहा, "यह मतदान के अधिकार की रक्षा की लड़ाई है।"