Latest News Updates: यहां हम आपको उन ताज़ा खबरों की जानकारी देंगे जो दिखने में भले ही छोटी हैं लेकिन उनका असर व्यापक है। इन खबरों में भारत के समाचारों के अलावा दुनियाभर के देशों में चल रही हलचल की खबरे भी होंगी। खबरों का अपडेट लेते रहिएः
पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर
पेंटागन के पूर्व अधिकारी की चेतावनी
अमेरिका और रूस के बीच आगामी बैठक पर, पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन ने कहा है, "...आसिम मुनीर दूसरे ओसामा बिन लादेन हैं...।" उन्होंने कहा, "डोनाल्ड ट्रंप एक व्यापारी हैं और खरीद-फरोख्त के आदी हैं... उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि एक ख़राब शांति समझौता वास्तव में युद्ध को बढ़ावा दे सकता है... उनकी महत्वाकांक्षा नोबेल शांति पुरस्कार जीतने की है...। पाकिस्तान को दी जाने वाली कोई भी रियायत उनकी विचारधारा या उनके द्वारा प्रतिनिधित्व किए जाने वाले पाकिस्तान को बदलने वाली नहीं होगी... यह तथ्य कि पाकिस्तान आधी दुनिया को परमाणु हथियारों से धमका रहा है, इस बात का स्पष्ट संकेत है कि उसने एक वैध राज्य होने का अपना अधिकार खो दिया है। अब समय आ गया है कि अमेरिका... अन्य नीतियों पर विचार करे... वह समय निकट है जब भविष्य के प्रशासनों को पाकिस्तान में प्रवेश करके उसके परमाणु हथियारों को सुरक्षित करना चाहिए क्योंकि विकल्प बहुत कठिन हैं...।" लोकसभा अध्यक्ष ने जस्टिस वर्मा मामले में 3 सदस्यीय समिति बनाई
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने मंगलवार को जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ कथित अनियमित नकदी बरामदगी मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित करने की घोषणा की। यह समिति जजेस (इन्क्वायरी) एक्ट के तहत गठित की गई है। समिति में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अरविंद कुमार, मद्रास हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एमएम श्रीवास्तव और कर्नाटक हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता वासुदेव आचार्य शामिल हैं। यह कदम जुलाई में 145 लोकसभा और 63 राज्यसभा सांसदों द्वारा जस्टिस वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव के बाद उठाया गया है। मार्च में दिल्ली हाई कोर्ट के उनके आधिकारिक आवास पर नकदी बरामद होने के बाद यह विवाद शुरू हुआ था। समिति की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई संसद में होगी।
प्रियंका गांधी ने कहा- इसराइल नरसंहार कर रहा है
कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी ने मंगलवार को कहा कि इसराइल ग़ज़ा में नरसंहार कर रहा है। उन्होंने 12 अगस्त को दो ट्वीट किए। प्रियंका ने लिखा- अल जज़ीरा के पाँच पत्रकारों की निर्मम हत्या फ़िलिस्तीनी धरती पर किया गया एक और जघन्य अपराध है। सत्य के लिए खड़े होने का साहस रखने वालों का असीम साहस इसराइली राज्य की हिंसा और घृणा से कभी नहीं टूटेगा। ऐसी दुनिया में जहाँ अधिकांश मीडिया सत्ता और व्यापार का गुलाम है, इन बहादुर आत्माओं ने हमें याद दिलाया कि सच्ची पत्रकारिता क्या होती है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। इसराइल राज्य नरसंहार कर रहा है। उसने 60,000 से ज़्यादा लोगों की हत्या की है, जिनमें 18,430 बच्चे थे। उसने सैकड़ों लोगों को भूख से मार डाला है, जिनमें कई बच्चे भी शामिल हैं और लाखों लोगों को भूख से मरने की धमकी दे रहा है। चुप रहकर और निष्क्रियता से इन अपराधों को बढ़ावा देना अपने आप में एक अपराध है। यह शर्मनाक है कि भारत सरकार चुप बैठी है जबकि इसराइल फ़िलिस्तीन के लोगों पर यह तबाही मचा रहा है।