पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर बुधवार 22 मई को हजारों किसान जुट रहे हैं। ये किसान हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, पश्चिमी यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान से पहुंच रहे हैं। 22 मई को इस दौर के किसान आंदोलन को 100वां दिन पूरा हो रहा है। उसी मौके पर किसान अपनी रणनीति बनाने के लिए जमा हो रहे हैं। हालांकि चुनाव के अब दो ही चरण बचे हैं लेकिन इस दो दौर में पंजाब और हरियाणा में मतदान होना है। मोदी की 23 और 24 मई को पंजाब में कई रैलियां हैं। भाजपा इन रैलियों को लेकर चिंतित है। वे किसान नेताओं से संपर्क कर मनाने की कोशिश कर रहे हैं। फिलहाल जालंधर को गुरुवार को नो फ्लाई जोन घोषित कर दिया गया है।
हजारों किसान आज शंभू बॉर्डर पर क्यों जुट रहे हैं, मोदी की रैलियों को लेकर भाजपा चिंतित
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- 29 Mar, 2025
किसान आंदोलन को जो लोग भूल चुके हैं, उनके लिए सूचना है कि शंभू बॉर्डर पर किसान आज भी बैठे हुए हैं। उन्हें सौ दिन हो चुके हैं लेकिन वे एक इंच भी पीछे नहीं गए। शंभू बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस ने उनका रास्ता रोका हुआ है। किसान एमएसपी गारंटी कानून की मांग के मद्देनजर विभिन्न इलाकों से आकर शंभू बॉर्डर पर जमा हुए थे, लेकिन उनका रास्ता रोक दिया गया। सौ दिन पूरे होने पर किसान उस संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिए फिर जमा हो रहे हैं। पीएम मोदी की 23 और 24 मई को पंजाब में कई रैलियां हैं। भाजपा ने अपील की है किसान रैली के आसपास प्रदर्शन न करें। जानिए पूरी बातः

शंभू बॉर्डर पर किसान सौ दिनों से मौजूद हैं