प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी के फ़ैसले के बाद पूर्व प्रधानमंत्री और अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने भविष्यवाणी की थी कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था की कमर टूट जायेगी और जीडीपी ग्रोथ में दो प्वाइंट की गिरावट आयेगी। मनमोहन सिंह की यह भविष्यवाणी कितनी सही साबित हुई, नोटबंदी का अर्थव्यवस्था पर असर कैसा रहा, यह जानने से पहले यह जान लें कि नोटबंदी की घोषणा के बाद क्या हुआ था। 8 नवंबर 2016 को रात आठ बजे प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की थी।
मोदी सरकार की नोटबंदी पर सटीक हुई थी मनमोहन की भविष्याणी!
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- 2 Jan, 2023
मोदी सरकार की नोटबंदी के छह साल बाद सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला आया है और इसने इसे सही बताया है। लेकिन पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने नोटबंदी के आर्थिक नुक़सान गिनाए थे। वह कितने सही साबित हुए?

नोटबंदी लागू होने से पहले ही घोषणा के तुरत बाद देश में अफरा-तफरी मच गई थी। बैंकों के बाहर लंबी-लंबी कतारें लग गई थीं। सोने की दुकानों पर भीड़ लग गई। बैंकों के बाहर लाइनें लगाकर नोटों को बदलवाने के लिए लोगों को हफ्तों तक परेशान होना पड़ा था। बाद में 500 के नए नोट और 2000 रुपए के नये नोट जारी किए गए थे। एक तरफ़ लोग अपने पुराने नोटों को जमा करने के लिए परेशान हो रहे थे वहीं दूसरी तरफ़ लोगों को हर रोज़ की ज़रूरत की चीजों के लिए पैसों की किल्लत हो गई थी। चाहे बैंक हों या फिर एटीएम लंबी-लंबी लाइनें लग रही थीं। ठिठुराती सर्द रात में भी लोग लाइनों में इंतज़ार कर रहे थे। पैसे के बिना इलाज नहीं होने, शादियाँ टूटने जैसी दिक्कतें आई थीं। लाइनों में लोगों के मरने की ख़बरें भी आई थीं।