केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भारत में मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में अब तक के सबसे बड़े घोटालों में से एक का पर्दाफाश किया है। इस घोटाले में पूर्व विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) अध्यक्ष डीपी सिंह, स्वयंभू धर्मगुरु रविशंकर महाराज उर्फ रावतपुरा सरकार, और कई शीर्ष सरकारी अधिकारियों के नाम सामने आए हैं। यह घोटाला देश के कई राज्यों में फैला हुआ है और इसमें निजी मेडिकल कॉलेजों को अनुमोदन, निरीक्षण और मान्यता देने में भ्रष्टाचार का जाल बिछाया गया था। धर्मगुरु रावतपुरा सरकार को बीजेपी नेताओं का समर्थन हासिल है। उनके फोटो नेताओं के साथ देखे जा सकते हैं।
मेडिकल शिक्षा घोटाले में स्वयंभू बाबा और यूजीसी के पूर्व अधिकारीः CBI रिपोर्ट
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- 5 Jul, 2025
Medical Education Corruption: सीबीआई ने करोड़ों रुपयों के भारत के सबसे बड़े मेडिकल शिक्षा घोटाले का पर्दाफाश किया है। इसमें स्वयंभू बाबा रविशंकर महाराज, पूर्व यूजीसी चेयरमैन डीपी सिंह और कई शीर्ष सरकारी अधिकारी शामिल हैं।

स्वयंभू बाबा रविशंकर महाराजा उर्फ रावतपुरा सरकार।
सीबीआई ने इस मामले में 34 लोगों के खिलाफ एफआई दर्ज की है, जिनमें स्वास्थ्य मंत्रालय के आठ अधिकारी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण का एक अधिकारी और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) की निरीक्षण टीम के पांच डॉक्टर शामिल हैं। जांच में पाया गया कि यह गिरोह स्वास्थ्य मंत्रालय के भीतर से संचालित हो रहा था, जहां गोपनीय दस्तावेजों और संवेदनशील जानकारी को अवैध रूप से निजी मेडिकल कॉलेजों के प्रतिनिधियों तक पहुंचाया जा रहा था।