मेघालय हनीमून मर्डर मामले का अंत बहुत नाटकीय रूप से सामने आया है। इंदौर के रहने वाले राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी शादी के बाद हनीमून मनाने मेघालय गए थे। लेकिन 16 दिनों पहले दोनों मेघालय से लापता हो गए। बाद में राजा रघुवंशी का शव एक खाई में पाया गया। पूरे देश में जब इस मामले पर तरह-तरह की चर्चा थी, उसी समय सोनम रघुवंशी ने सोमवार 9 जून की सुबह गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। उधर, इंदौर से किसी राज कुशवाहा की गिरफ्तार हुई। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है कि राज के साथ सोनम का लव अफेयर चल रहा था। राजा रघुवंशी के भाई ने आशंका जताई है कि यह हत्या की एक वजह हो सकती है। 
पुलिस ने सोनम रघुवंशी के साथ तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है । मेघालय पुलिस का कहना है कि हनीमून के दौरान इंदौर के पर्यटक राजा रघुवंशी की हत्या में उन्हीं की पत्नी सोनम का नाम सामने आया है। सोनम पर आरोप है कि उन्होंने अपने पति की हत्या के लिए हत्यारों को सुपारी दी थी। सोनम ने बदहवास हालत में आत्मसमर्पण किया है ।

पुलिस के अनुसार, 24 वर्षीय सोनम रघुवंशी को वाराणसी-गाजीपुर मुख्य मार्ग पर काशी ढाबा पर पाया गया और उसे हिरासत में ले लिया गया। जांच में पता चला कि यह कॉन्ट्रैक्ट किलिंग का मामला है, क्योंकि महिला का एक ऐसे व्यक्ति से प्रेम संबंध था जो गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक है। लेकिन सोनम के पिता ने कॉन्ट्रैक्ट किलिंग वाली बात को खारिज कर दिया है।

इंदौर में ट्रांसपोर्ट का कारोबार करने वाले राजा रघुवंशी की शादी 11 मई को सोनम से हुई थी। शादी के करीब 8 दिन बाद 20 मई को दोनों हनीमून पर निकले। सबसे पहले दोनों गुवाहाटी पहुंचे। वहां कामाख्या देवी के दर्शन किए। इसके बाद वहीं पर दोनों ने शिलॉन्ग जाने का प्लान बनाया। ये जानकारी उन्होंने घर पर दी। इसके बाद दोनों 23 मई को मेघालय के शिलॉन्ग पहुंचे। 23 मई की दोपहर के बाद से सोनम और राजा का परिवार से कोई संपर्क नहीं हुआ । कई कोशिशों के बाद भी जब बात नहीं हो पाई तो सोनम के भाई गोविंद और राजा के भाई विपिन शिलॉन्ग पहुंचे और पुलिस के साथ दोनों की तलाश शुरू की।
ताज़ा ख़बरें
अगले दिन, उनका किराए का स्कूटर सोहरिम में एक कैफे के पास लावारिस हालत में मिला। सोशल मीडिया पर एक सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हो रही है जिसमें देखा जा सकता है कि दंपत्ती 22 मई को शिलॉन्ग के एक होटल में चेक-इन कर रहे हैं। ये ही आखिरी वक्त था जब उन्हें साथ में देखा गया था । पुलिस ने तलाश तेज की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। फिर, 2 जून को कुछ ऐसा हुआ जिसने सभी को चौंका दिया । राजा का शव नोंगरियट से 20 किलोमीटर दूर वेइसावडोंग फॉल्स के पास एक गहरी खाई में मिला। उनके शरीर पर तलवार से हमले के निशान थे, और उनकी सोने की अंगूठी और चेन गायब थी। पुलिस को पास ही खून से सना एक चाकू और एक रेनकोट भी मिला, जो इस जोड़े ने इस्तेमाल किया था। ये सबूत इस बात की ओर इशारा कर रहे थे कि राजा की हत्या सोची-समझी साजिश थी । 
मेघालय पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया। रविवार देर रात और सोमवार सुबह, पुलिस ने छापेमारी कर तीन पुरुषों को गिरफ्तार किया जो शक के घेरे में थे। इनमें से एक उत्तर प्रदेश से और दो मध्य प्रदेश के इंदौर से थे। लेकिन सबसे चौंकाने वाला खुलासा तब हुआ, जब सोनम रघवंशी ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में नंदगंज थाने में आत्मसमर्पण किया।
मेघालय के डीजीपी इदाशिषा नोंगरांग ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने कबूल किया कि सोनम ने राजा की हत्या के लिए उन्हें भाड़े पर रखा था। पुलिस ने हत्या और सबूत नष्ट करने का मामला दर्ज किया है और अब पुलिस योजना बना रही है कि सोनम को मेघालय लाकर अपराध की जगह को पुनर्निर्माण कर पता लगाया जाएगा कि कब और कैसे इस घटना को अंजाम दिया गया।
मावलखियात में एक पर्यटक गाइड अल्बर्ट पडे ने रघुवंशी और उनकी पत्नी को लापता होने के दिन तीन लोगों के साथ देखा था। अल्बर्ट ने कहा कि उसने 23 मई को सुबह 10 बजे के आसपास नोंगरियात से मावलखियात तक तीन हजार से ज्यादा सीढ़ियां चढ़ते समय तीन लोगों के साथ कपल को देखा था। गाइड ने बताया कि उसने कपल को पहचान लिया। एक दिन पहले कपल से गाइड ने ‘लिविंग रूट्स ब्रिज’ देखने की बात कही थी लेकिन उन्होंने गाइड को मना कर दिया और एक दूसरा गाइड हायर कर लिया । गाइड अल्बर्ट ने यह भी बताया कि कपल के साथ आए तीनों लोग हिंदी में बात कर रहे थे जिससे ये समझा जा सकता है कि वे स्थानीय लोग नहीं थे। 
इस घटना पर मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा ने सोशल मीडिया पर पुलिस की तारीफ की। उन्होंने लिखा, "सात दिनों के भीतर मेघालय पुलिस ने इस मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। तीन हमलावर गिरफ्तार किए गए हैं।" इंदौर पुलिस ने भी मेघालय पुलिस की मदद से तीन लोगों को हिरासत में लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मुताबिक कुछ दिन पहले जब दंपत्ति की तलाश की जा रही थी तब सोनम के भाई ने कहा था कि मैं मेघालय से तब तक नहीं जाऊंगा जब तक अपनी बहन को ढूंढ ना लूं। सोनम के भाई को डर था कि उसकी बहन को बांग्लादेश में तस्करी करके ले जाया गया है। हालांकि इस कहानी पर शुरू से शक बना रहा।

सोनम के पिता देवी सिंह ने मेघालय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, "मेरी बेटी निर्दोष है। उसका अपहरण हुआ था, और पुलिस ने शुरू से लापरवाही बरती। और मैं किसी राज कुशवाहा को नहीं जानता बस एक राज को जानता हूं जो मेरे साथ काम करता है " उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सीबीआई जांच का अनुरोध किया है।

इस मामले के बाद लगातार ये भी सवाल उठ रहे हैं कि मेघालय जैसे पर्यटक स्थल पर जहां हर साल लाखों लोग घूमने के लिए आते हैं वहां ऐसी बड़ी घटना हो जाए तो पर्यटकों की सुरक्षा के लिए क्या व्यवस्था की गई है?  दूसरे राज्य से आकर लोग सोची समझी हत्या की साजिश को अंजाम दे देते हैं और किसी को कोई खबर तक नहीं लगी। 
इस बीच, मेघालय के मंत्री अलेक्जेंडर लालू हेक ने राज्य और उसके लोगों की छवि को "खराब" करने के कथित प्रयासों की निन्दा की है। उन्होंने कहा- "सच्चाई सामने आ गई है... इन सभी दिनों में, राजा रघुवंशी के परिवार और दोस्तों ने मेघालय पुलिस और मेघालय सरकार को दोषी ठहराया, जो बेहद शर्मनाक है। हमारी पुलिस ने बेहतरीन काम किया है। हमें उन सभी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करना चाहिए जो मेघालय और उसके लोगों की छवि को खराब कर रहे हैं...।"