तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि हाल में हिंदी को थोपे जाने का प्रयास अव्यवहारिक है और यह विभाजन को बढ़ावा देने वाला होगा। उनका यह बयान उस संदर्भ में आया है जिसमें केंद्रीय शिक्षण संस्थानों में हिंदी को शिक्षा का माध्यम बनाने के लिए कथित तौर पर एक संसदीय समिति ने सिफारिश की है। इस सिफारिश को स्टालिन ने हिंदी थोपे जाने के प्रयास के तौर पर देखा है।
क्या 'हिंदी थोपी' जाएगी? जानें स्टालिन ने पीएम को क्या लिखा
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- 16 Oct, 2022
क्या हिंदी का विवाद फिर से गरमाएगा? तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने आख़िर प्रधानमंत्री मोदी को ख़त लिखकर कथित तौर पर 'हिंदी थोपे' जाने की तैयारी पर आपत्ति क्यों की है।

इस मामले में प्रधानमंत्री को लिखे लंबे चौड़े ख़त को स्टालिन ने ट्विटर पर साझा किया है।