मोहन भागवत ने दशहरा पर लिंचिंग की बात क्यों की? क्या लिंचिंग पर उनका बयान आपत्तिजनक नहीं है? क्या यह साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश नहीं है? क्या लिंचिंग विदेशी शब्द है और यह हिंदू धर्म को बदनाम करने की कोशिश है? और हिंदू राष्ट्र के बारे में उन्होंने क्या कहा? सत्य हिंदी पर देखिए 'आशुतोष की बात'।