आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का एक लंबा-चौड़ा इंटरव्यू सामने आया है। इसमें वह हिंदुओं के एक हज़ार साल से युद्ध में होने की बात कहते हैं और शत्रु का ज़िक्र करते हैं। इसके अलावा वह कई मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं।
मोहन भागवत ने आख़िर किसको हिंदुओं का 'शत्रु' माना?
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- 11 Jan, 2023
क्या हिंदुओं के सामने बड़ी-बड़ी चुनौतियाँ हैं? क्या हिंदुओं का कोई दुश्मन है, हिंदू समाज लगातार युद्ध में है, हिंदू समाज में अभी पूरी जागृति नहीं आई है? जानिए, आख़िर क्यों इंटरव्यू में मोहन भागवत इसका ज़िक्र कर रहे हैं।

उन्होंने यह इंटरव्यू राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पत्रिका ऑर्गेनाइजर और पांचजन्य को दिया है। उनका यह इंटरव्यू तब आया है जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक 'भारत जोड़ो यात्रा' निकाल रहे हैं। राहुल गांधी बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साध रहे हैं। वह बेरोजगारी, गरीबी, महंगाई जैसे मुद्दों को छेड़ने के साथ ही 'सच्चे हिंदू' को फिर से परिभाषित करने की कोशिश कर रहे हैं और वह 'तपस्या' और 'जबरन पूजा' व 'तपस्वी' और 'पुजारी' में फर्क बताते फिर रहे हैं। उन्होंने कहा है, 'कांग्रेस तपस्या का संगठन है जबकि बीजेपी-आरएसएस जबरन पूजा का संगठन है'। राहुल हिंदू धर्म को पढ़ने, शिव जी को पढ़ने की बात कह रहे हैं।