केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने रविवार को दावा किया कि केंद्र सरकार संसद के मानसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम आतंकी हमले और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विवादास्पद दावों जैसे मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। यह बयान सर्वदलीय बैठक के बाद आया, जो 21 जुलाई से शुरू होने वाले मानसून सत्र से पहले आयोजित की गई थी। हालांकि, सरकार की इस "खुले दिल" वाली पेशकश पर कई सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि विपक्ष ने पहले ही ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष सत्र की मांग की थी, जिसे केंद्र ने ठुकरा दिया था। क्या यह चर्चा का वादा केवल एक दिखावा है, या सरकार वाकई पारदर्शिता की दिशा में कदम उठा रही है? इसके जवाब आने वाले दिनों में सत्र की कार्यवाही के दौरान मिलेंगे।