loader

लोकसभा चुनाव में मोदी के निशाने पर मुस्लिमः कितनी बार वही बातें 

झारखंड के लोहरदगा में 4 मई 2024 को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा "'कांग्रेस जो चश्मा पहनती है उसमें एक ही वोट बैंक दिखता है, और वह मुस्लिम वोट बैंक है। इस नीति के कारण हर किसी को नुकसान उठाना पड़ता है कांग्रेस. बीजेपी 'सबका साथ, सबका विकास' की बात करती है. बीजेपी की नीति भेदभाव नहीं करती।आप देखिये कांग्रेस किस तरह के खेल खेल रही है। I.N.D.I.A गठबंधन के सदस्य एससी, एसटी और ओबीसी को दिए गए आरक्षण को लूटने की योजना बना रहे हैं।"

''

मोदी ने पहली बार मुसलमानों की आड़ लेकर कांग्रेस पर हमला नहीं किया है। 2014 से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं, उसमें मोदी ने मुसलमानों पर तीखे हमले किए हैं। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में यह इतनी सामान्य बात हो गई है कि अब लोग उनकी बात पर तवज्जो तक नहीं दे रहे हैं। लेकिन यह सामान्य बात असाधारण स्थितियां पैदा कर रही हैं। इससे कम से कम भाजपा समर्थक लोगों में मुसलमानों के लिए नफरत बढ़ती जा रही है। यहां हम इस चुनाव में मोदी ने कब-कब मुस्लिमों पर निशाना साधा, उसके बारे में बता रहे हैं। 
ताजा ख़बरें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 मई को गुजरात के बनासकांठा में कहा -  "यदि आपके पास दो भैंस हैं, तो सत्ता में आने पर कांग्रेस एक छीन कर मुसलमानों को दे देगी। कांग्रेस देश के लोगों को लिखित रूप में दे कि वो धर्म-आधारित आरक्षण लागू नहीं करेगी।" 

मोदी ने 2 मई को गुजरात के आनंद जिले में कहा- "मैं भव्य परिवार के राजकुमार (राहुल गांधी) और पूरे कांग्रेस तंत्र को चुनौती देता हूं...कांग्रेस और उसके सदस्यों को यह लिखित में देना होगा कि वे संविधान बदलने के बाद धर्म के आधार पर मुसलमानों को आरक्षण नहीं देंगे, वे देश को नहीं बांटेंगे।"

वोट जिहाद

गुजरात की ही रैलियों में मोदी ने 2 मई को यह भी कहा- इंडिया गठबंधन के नेता मुस्लिम मतदाताओं से "वोट जिहाद" करने की अपील कर रहे हैं। INDI (इंडिया) गठबंधन का साफ कहना है कि सभी मुसलमानों को एकजुट होकर वोट करना चाहिए। लोकतंत्र के उत्सव में वोट जिहाद की बात कर उन्होंने लोकतंत्र और संविधान का अपमान किया है। वोट जिहाद की यह बात कांग्रेस की तुष्टीकरण की नीति को भी आगे बढ़ाती है।”

इसी रैली में मोदी ने कहाृ- हजारों-हजार साल से चली आ रही हमारी परंपराएं... जिन्हें मुगल भी तोड़ नहीं पाए, अब कांग्रेस उन्हें तोड़ना चाहती है। तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस और कितना नीचे गिरेगी?

मोदी ने 3 मई 2024 को झारखंड की रैली में कहा- अब कांग्रेस की नजर एससी, एसटी, आदिवासी और ओबीसी के आरक्षण पर डाका डालने पर है। कांग्रेस को गुस्सा इसलिए है, क्योंकि आदिवासी, दलित, गरीब और ओबीसी बीजेपी का समर्थन करते हैं। कांग्रेस आपके आरक्षण पर डाका डालकर मुसलमानों को देना चाहते हैं। ये धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहते हैं।

मोदी ने 3 मई को पश्चिम बंगाल की रैली में कहा- हमारे देश में दशकों से वोट जिहाद का खेल पर्दे के पीछे से चुपचाप चलता था। वो (इंडिया अलायंस) इतने हताश और निराश हो चुके हैं, कि अब पहली बार, वोट जिहाद की सार्वजनिक घोषणा कर रहे हैं। इसीलिए, वोट जिहाद की इस अपील पर कांग्रेस का शाही परिवार, TMC और Left, सभी चुप हैं। यानी अलायंस के सारे चट्टे-बट्टे वोट जिहाद से सहमत हैं।

30 अप्रैल को, भाजपा ने इंस्टाग्राम सहित तमाम सोशल मीडिया पर एक एनिमेटेड वीडियो प्रकाशित किया, जिसमें मोदी के राष्ट्र को बचाने के लिए आने से पहले, मध्ययुगीन भारत पर हमला करने और उसकी संपत्ति लूटने वाले हिंसक और लालची मुस्लिम पुरुष हमलावरों का रूढ़िवादी चित्रण दिखाया गया था। वीडियो में बताया गया अगर कांग्रेस चुनी गई तो वह हिंदू धन और संपत्ति को मुसलमानों के बीच बांट देगी। इस वीडियो के खिलाफ तमाम नागरिक संगठनों ने ऐतराज जताया। केंद्रीय चुनाव आयोग से शिकायत की गई। अदालत में जाने की धमकी दी गई। भाजपा ने सोशल मीडिया से अगले दिन इस एनिमेटेड वीडियो को हटा लिया।
29 अप्रैल को मोदी ने कहा-  2024 के उनके मेनिफेस्टो में भी पूरी तरह मुस्लिम लीग की छाप है। उन्होंने जो स्थितियां बनाई हैं, जिस प्रकार से संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं, जिस प्रकार बाबा साहेब को अपमानित करते हैं। SC- ST के आरक्षण पर भी तलवार लटका देते हैं। ओबीसी का तो जीना मुश्किल कर देंगे। क्या देश की जनता को हमें प्रशिक्षित करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए। उसी दिन मोदी ने टीवी18 को दिए इंटरव्यू में यह भी कहा था-  कांग्रेस का एक्स-रे से मतलब है - हर परिवार में जाना, घर-घर छापा मारना। अगर कोई महिला अनाज की बोरी में भी अपने गहने छिपा कर रखी है तो वो उसका भी एक्स-रे करेंगे। उनकी जमीनों का हिसाब-किताब करेंगे और फिर उसे री-डिस्ट्रीब्यूट (मुसलमानों) करेंगे। ये पूरी तरह अर्बन नक्सल सोच का प्रकटीकरण है। इसलिए उनकी पूरी जमात चुप है। (इंटरव्यू लेने वालों ने मोदी को पलट कर यह नहीं बताया कि ऐसा कांग्रेस के घोषणापत्र में कहां लिखा है कि कांग्रेस लोगों की संपत्ति छीनकर मुसलमानों को बांट दी। उन्होंने यह भी नहीं पूछा कि कांग्रेस ने 70 साल तक देश में राज किया, क्या उसने कभी दूसरों की संपत्ति छीनकर मुसलमानों में बांटी)

सबसे घातक भाषण

पीएम मोदी का 22 अप्रैल का अलीगढ़ में दिया गया भाषण बांसवाड़ा (राजस्थान) में 21 अप्रैल को दिए भाषण से ज्यादा खतरनाक था। मोदी ने सोमवार 22 अप्रैल को अलीगढ़ में कहा था-  "मैं देशवासियों को चेतावनी देना चाहता हूं। कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की नजर आपकी कमाई और आपकी संपत्ति पर है। कांग्रेस के 'शहजादा' (राहुल गांधी) कहते हैं कि अगर उनकी सरकार आती है सत्ता में, वे जांच करेंगे कि कौन कितना कमाता है, किसके पास कितनी संपत्ति है... हमारी माताओं और बहनों के पास सोना (गोल्ड) है, इसे पवित्र माना जाता है, कानून भी इसकी रक्षा करता है महिलाओं का 'मंगलसूत्र', मां-बहनों का गोल्ड चुराना है इनका इरादा... अगर आपके गांव में किसी पुराने पूर्वज का घर है और आपने अपने बच्चों के भविष्य के लिए शहर में एक छोटा सा फ्लैट भी खरीदा है दोनों में से एक को छीन लेंगे...ये माओवादी सोच है, ये कम्युनिस्टों की सोच है ऐसा करके वो पहले ही कई देशों को बर्बाद कर चुके हैं अब यही नीति कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन भारत में लागू करना चाहते हैं।" हालांकि कांग्रेस के घोषणापत्र में ऐसा कुछ कहीं नहीं लिखा है।
पीएम मोदी ने 21 अप्रैल को राजस्थान के बांसवाड़ा की रैली में कहा- अगर विपक्षी कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है, तो वह "आपकी सारी संपत्ति इकट्ठा करेगी और इसे उन लोगों को वितरित कर देगी जिनके पास अधिक बच्चे हैं" और "घुसपैठियों" को। बता दें कि मोदी की इन टिप्पणियों को व्यापक रूप से मुसलमानों के संदर्भ के रूप में देखा गया। विदेशी मीडिया ने भी इस टिप्पणी का संज्ञान लिया। विदेशी मीडिया ने बताया कि आरएसएस और भाजपा लंबे समय से इस बात का प्रचार कर रहे हैं कि भारत में आबादी बढ़ाने के लिए मुसलमान जिम्मेदार हैं। ये लोग ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं। इसी तरह ये लोग घुसपैठिये शब्द का इस्तेमाल भी मुसलमानों के संदर्भ में करते हैं। विदेशी मीडिया और भारत के विपक्षी दलों ने मोदी के राजस्थान के भाषण को हेट स्पीच श्रेणी में रखा है। इस बयान की शिकायत चुनाव आयोग में हुई लेकिन उसने अब तक कोई निर्देश मोदी को नहीं दिया। उसने भाजपा को नोटिस दिया लेकिन साथ ही कांग्रेस को भी राहुल के एक बयान को आपत्तिजनक बताकर नोटिस दे दिया।
19 अप्रैल को मोदी अमरोहा में थे। वहां उन्होंने क्रिकेटर मोहम्मद शमी के नाम को भुनाना चाहा। अमरोहा के लोगों को मोदी ने बताया कि शमी को अर्जुन पुरस्कार उनकी ही सरकार ने दिया है। यूपी सरकार अमरोहा में उनके नाम से स्टेडियम बनवा रही है। लेकिन बोलते बोलते जैसे मोदी को कुछ याद आया हो। उन्होंने अपना लहजा बदलते हुए कहा क्या आप इस देशद्रोही (सांसद दानिश अली) को संसद में जाने देंगे। दरअसल, यहां बताना जरूरी है कि दानिश अली के खिलाफ भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल संसद के अंदर किया था। बाद में भाजपा को इसके लिए खेद जताना पड़ा। फिर भाजपा ने रमेश बिधूड़ी का टिकट काट दिया। दानिश अली को कांग्रेस ने अमरोहा से खड़ा किया है।
कांग्रेस का घोषणापत्र 5 अप्रैल को आया था। मोदी ने 6 अप्रैल से ही कांग्रेस के घोषणापत्र को मुस्लिम लीग से जोड़कर इसे मुसलमानों के लिए बनाया गया घोषणपत्र करार दिया। मोदी ने कहा था-  “मुस्लिम लीग के समान एक ऐतिहासिक विचारधारा को दर्शाते हुए, घोषणापत्र वामपंथी विचारधाराओं से काफी प्रभावित है। कुल मिलाकर, कांग्रेस समसामयिक मुद्दों को संबोधित करने में विफल रही है और 21वीं सदी में भारत का नेतृत्व करने के लिए अयोग्य है।”
देश से और खबरें
मोदी मुस्लिमों पर अटैक इलाके और वहां की हिन्दू-मुस्लिम आबादी के हिसाब से करते हैं। मसलन दक्षिण भारत के राज्यों में जब भी मोदी की रैली हुई, उसमें सिर्फ विकास और कांग्रेस के कथित भ्रष्टाचार की बातें थीं। वहां मुसलमानों से हिन्दुओं को डराने की बातें गायब थीं। लेकिन उत्तर भारत की अधिकांश रैलियों में मोदी ने हिन्दुओं को मुसलमानों से डराने में कोई कमी नहीं छोड़ी। हालांकि वो कांग्रेस को बीच में लाकर अपनी बात कहते हैं लेकिन निशाने पर मुस्लिम ही होते हैं।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें