एनसीईआरटी मॉड्यूल में कहा गया है कि भारत के विभाजन जैसी अभूतपूर्व मानवीय त्रासदी विश्व इतिहास में कहीं नहीं हुई। इसमें कहा गया है कि विभाजन में क़रीब 1.5 करोड़ लोगों का विस्थापन हुआ, सामूहिक हत्याएँ हुईं, बड़े पैमाने पर यौन हिंसा हुई और शरणार्थियों की ट्रेनों में 'केवल लाशें भरी हुई थीं'।
जब भारत छोड़ो आंदोलन का आह्वान हुआ तो कांग्रेस ने तमाम प्रोविंशियल एसेंबली ने इस्तीफा दिया। उस वक़्त हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग की सरकार बनी थी। एनडब्ल्यूएफ़ में, पंजाब में सिंध में। सिंध एसेंबली में विभाजन का प्रस्ताव पारित किया गया। क्या यह सब मॉड्यूल में लिखा है? यदि नहीं लिखा है तो फिर जला दीजिए इस मॉड्यूल को।