उत्तर भारत में पिछले दो-तीन दिनों से भारी बारिश ने तबाही मचाई है। पर्यावरण संरक्षण से जुड़े लोग इस बात पर सवाल उठाते हैं कि क्या सच में बारिश ने तबाही मचाई है, या फिर यह इंसानों द्वारा उत्पन्न की गई है? दरअसल, वे सवाल उठाते हैं कि बारिश तो कभी कम या ज़्यादा हो सकती है, लेकिन जो तबाही आती है उससे इंसान सबक कैसे सिखते हैं। तो सवाल है कि आख़िर इस तथ्य में कितना दम है कि ऐसी आपदाओं के लिए इंसान ही ज़िम्मेदार है?