बिहार की सत्ताधारी पार्टी जेडीयू के सांसद गिरधारी यादव ने मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन यानी SIR और चुनाव आयोग की खिंचाई की है। उन्होंने चुनाव आयोग की इस प्रक्रिया को 'तुगलकी फरमान' करार दिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को बिहार की जमीन की हकीकत, इतिहास और भूगोल की कोई समझ नहीं है।
SIR 'तुगलकी फरमान', चुनाव आयोग को बिहार का इतिहास, भूगोल नहीं पता: जेडीयू सांसद
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- 23 Jul, 2025
बीजेपी की ही सहयोगी पार्टी जेडीयू के सांसद गिरधारी यादव ने SIR प्रक्रिया को 'तुगलकी फरमान' क्यों बताया और चुनाव आयोग की आलोचना क्यों की? जानिए पूरा विवाद।

जेडीयू सांसद गिरधारी यादव
बांका से जेडीयू सांसद गिरधारी यादव ने यह बयान बुधवार को संसद के बाहर एएनआई से बातचीत के दौरान दिया। उन्होंने कहा कि एसआईआर की प्रक्रिया अव्यवहारिक है और इसे जबरदस्ती लागू किया गया है। उन्होंने बताया कि उन्हें खुद अपने दस्तावेज जुटाने में 10 दिन लग गए। उन्होंने कहा, 'मेरा बेटा अमेरिका में रहता है, वह एक महीने में दस्तखत कैसे करेगा? बिहार में मानसून का समय है, किसान खेतों में काम कर रहे हैं। ऐसे में लोग दस्तावेज कहां से लाएंगे?' यादव ने कहा कि इस प्रक्रिया के लिए कम से कम छह महीने का समय दिया जाना चाहिए था।