लीजिए, यही वह आँकड़ा है जिसे मोदी सरकार छुपा रही थी। देश में बेरोज़गारी 45 साल में सबसे ज़्यादा हो गई है। और बेरोज़गारी बढ़ने की यह दर पिछले आँकड़े के मुक़ाबले तीन गुना ज़्यादा है।