जस्टिस मिश्रा और जस्टिस सिन्हा की बेंच ने कहा, ‘हमने याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद आप एक दूसरी बेंच के पास गए और दूसरा आदेश लेने के लिए तथ्यों को छुपाया। आपने अदालत से न्यायिक रूप से ग़लत काम कराया। यह बिल्कुल फ़र्जीवाड़ा है।’
अदालत ने बनर्जी को फटकार लगाते हुए कहा, ‘इस पूरे मामले में दो-तीन वरिष्ठ वकील लगे हुए हैं, क्या कोई नैतिकता नहीं बची है? क्या पैसा ही सब कुछ है?’