भारत के उपराष्ट्रपति रहे जगदीप धनखड़ के सम्मान में विदाई नहीं देने के लिए सरकार की आलोचना किए जाने के बीच विपक्ष उनको फेयरवेल डिनर देने की तैयारी में है। मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले के कहा गया है कि विपक्ष ने इसकी योजना बनाई है, लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की जा सकी है। रिपोर्ट है कि विपक्ष ने धनखड़ को इस भोज के लिए औपचारिक निमंत्रण भेजा है, लेकिन उन्होंने अभी तक इस निमंत्रण को स्वीकार करने की पुष्टि नहीं की है। जो विपक्ष राज्यसभा के स्पीकर के तौर पर जगदीप धनखड़ पर राज्यसभा में काफ़ी भेदभाव किए जाने का आरोप लगाता रहा, वह अब ऐसे सम्मान की तैयारी क्यों कर रहा है? क्या यह उपराष्ट्रपति पद का सम्मान भर है या फिर सरकार पर संवैधानिक पदों के प्रति असम्मान रखने का आरोप लगाकर राजनीतिक लाभ हासिल करना है?
विपक्ष धनखड़ को फेयरवेल डिनर देकर क्या मोदी सरकार को शर्मिंदा करना चाहता है?
- देश
- |
- 25 Jul, 2025
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के सम्मान में विपक्ष द्वारा आयोजित फेयरवेल डिनर के पीछे क्या कोई राजनीतिक रणनीति है? क्या इसके ज़रिए विपक्ष मोदी सरकार पर निशाना साधना चाहता है? जानिए इस सियासी दावत के मायने।

जगदीप धनखड़ को लेकर यह घटनाक्रम तब चल रहा है जब उन्होंने 21 जुलाई को अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफ़े का कारण स्वास्थ्य को बताया। उनके इस्तीफे की घोषणा संसद के मानसून सत्र के पहले दिन की गई। धनखड़ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखे अपने पत्र में कहा, 'स्वास्थ्य की प्राथमिकता और चिकित्सकीय सलाह का पालन करने के लिए मैं भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में अपने पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देता हूं।' हालांकि, उनके इस स्वास्थ्य कारण को विपक्ष ने संदेह की नजर से देखा और इस्तीफ़े की वजह कुछ और होने की आशंका जताई।