भारत-पाकिस्तान संघर्ष शुरू होने पर सबसे पहले अमेरिकी मीडिया ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया कि पाकिस्तान ने शायद चीन निर्मित जे-10 विमान का इस्तेमाल करके भारतीय लड़ाकू विमानों के खिलाफ हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें दागीं। इसके बाद पाकिस्तान ने दावा शुरू कर दिया कि उसने भारतीय विमानों पर बढ़चढ़ कर हमले किए। जीत हासिल की। हर कोई जानता है कि पाकिस्तान की रक्षा तकनीक पूरी तरह चीन पर आधारित है। पाकिस्तान के प्रचार का फायदा चीन के रक्षा उद्योग को हुआ। कुछ विशेषज्ञों ने इसे चीनी हथियार उद्योग के लिए "डीपसीक मोमेंट" करार दिया, जो इस साल जनवरी में चीनी एआई स्टार्टअप द्वारा अपनी कम लागत वाली प्रभावी तकनीक से अमेरिकी दिग्गजों को चुनौती दे दी थी। लेकिन बहुत सारे लोग इससे सहमत नहीं हैं।