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संसद का मॉनसून सत्र : हंगामे के बाद दोनों सदन कल तक के लिए स्थगित

अगले साल होने वाले आम चुनाव को लेकर राजनीतिक गहमागहमी और मणिपुर की स्थिति पर नाराजगी के बीच संसद के दोनों सदनों में हंगामा हुआ। हंगामे के बीच दोनों सदनों को कल तक के लिए स्थगित करना पड़ा। विपक्ष मणिपुर पर प्रधानमंत्री से बयान की मांग कर रहा है।

हालाँकि, केंद्र ने कहा कि वह मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा था कि सरकार संसद में सभी मामलों पर चर्चा करने के लिए तैयार है, जिसमें मणिपुर में 2 महीने तक चली हिंसा भी शामिल है। लेकिन संसद में इस मुद्दे पर चर्चा नहीं हो पाई। विपक्ष चाहता था कि सभी मुद्दों को छोड़कर मणिपुर मामले पर चर्चा हो और प्रधानमंत्री संसद के अंदर बयान दें। संसद का मॉनसून सत्र 11 अगस्त तक चलेगा। सत्र के दौरान कुल 17 बैठकें होंगी। सत्र पुराने संसद भवन में शुरू होगा, लेकिन बाद में नए भवन में स्थानांतरित हो जाएगा। जानिए, इससे पहले संसद में कैसे चला घटनाक्रम...

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  • दो बजे जैसे ही राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्ष ने सदन में मणिपुर पर चर्चा की मांग करते हुए पीएम मोदी के बयान की मांग की। इस पर भाजपा की ओर से नारेबाजी शुरू हो गई। इसके बाद उपसभापति ने राज्यसभा को कल शुक्रवार 11 बजे तक स्थगित कर दी। उधर लोकसभा में बहस जारी है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा -  मणिपुर जल रहा है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि महिलाओं के साथ बलात्कार किया जाता है, उन्हें नग्न किया जाता है, परेड करायी जाती है और प्रधानमंत्री चुप रहते हैं और बाहर बयान देते हैं। खड़गे के बयान पर भाजपा सांसदों ने हंगामा किया। बाद में लोकसभा की कार्यवाही भी कल 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

  • कुछ दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
  • संसद के बाहर प्रधानमंत्री मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि देश को मैं विश्वास दिलाता हूं कि मणिपुर घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। पीएम मोदी ने कहा, "...मैं देश को आश्वस्त करता हूं, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। कानून पूरी ताकत से अपना काम करेगा। मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता।"

  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का कहना है कि मणिपुर पर चर्चा होगी और कोई सरकार की ओर से जवाब देगा।

  • विपक्षी दलों के राज्यसभा फ्लोर नेताओं की बैठक शुरू। बैठक में शामिल होने वाले नेता हैं- संजय सिंह-आप रामगोपाल यादव- समाजवादी पार्टी बिनॉय बिस्वाम - सीपीआई मनोज झा-आरजेडी टीआर बालू - डीएमके वाइको - एमडीएमके डेरेक ओ'ब्रायन - टीएमसी फौजिया खान-एनसीपी इलामारम करीम - सीपीआईएम महुआ माझी- जेएमएम प्रियंका चतुवेर्दी-शिवसेना (यूबीटी)। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी बैठक में हैं।

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा "...आज संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर संवेदनशील और जिम्मेदार बहस होनी चाहिए। मणिपुर एक सीमावर्ती राज्य है और अगर वहां स्थिति अनुकूल नहीं रही और शांति और सद्भाव को झटका लगा, तो इसका दूरगामी प्रभाव होगा...।"
  • आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत बिजनेस नोटिस को स्थगित करते हुए मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग की है।

  • कांग्रेस के लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने "मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष" पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
  • सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम ने नियम 267 के तहत राज्यसभा में बिजनेस नोटिस को निलंबित करते हुए "मणिपुर में परेशान करने वाले घटनाक्रम" पर चर्चा की मांग की।

  • कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने "मणिपुर में जारी हिंसा पर प्रधानमंत्री की चौंकाने वाली चुप्पी" पर चर्चा के लिए राज्यसभा में नियम 267 के तहत नोटिस दिया है।
  • कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया।

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क़मर वहीद नक़वी
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